इस पूरे मामले की जांच के लिए सिविल सर्जन डॉ. केके जैन ने एक कमेटी गठित की है। कमेटी को सप्ताहभर में जांच रिपोर्ट अस्पताल प्रबंधन को सौंपना होगा। इसे लेकर शनिवार को दोनों पक्षों को पूछताछ के लिए भी बुलाया गया था, लेकिन जोरदार हंगामा होने कारण पूछताछ नहीं हो पाई है।
मिली जानकारी अनुसार जिला अस्पताल परिसर में संचालित सौ बिस्तर मदर एंड चाइल्ड केयर यूनिट में एक मरीज से पैसे लेने की बात को लेकर ओटी में कार्यरत कर्मचारी द्वारा वीडियो वायरल किया गया है। वीडियो वायरल करने का मामला सप्ताहभर पुराना है। वीडियो में (Rajnandgaon Crime News) मेटास कंपनी की महिला सुपर वाइजर हीरा नायक के नाम का उल्लेख करते हुए पैसे की मांग करने की बात कही जा रही है।
इस वीडियो को झूठा बताते हुए संबंधित मेटास कंपनी की महिला कर्मचारी ने मामले की जांच के लिए कलेक्टर, एसपी, महिला आयोग और बसंतपुर थाने में शिकायत की है। इसके बाद ही यह मामला तूल पकड़ा और जांच के लिए समिति बनाई गई है।
रिपोर्ट प्रस्तुत करने कहा जांच समिति में मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. बीके बनर्जी, आरएमओ डॉ. अनिल महाकालकर व मेट्रेन मंजू ऐन्नेवार को सात दिन के भीतर जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने कहा गया है। पीड़ित महिला का कहना है कि उन्होंने किसी से रुपए नहीं लिए हैं, लेकिन उन्हें बदनाम करने के उद्देश्य से यह पूरा खेल किया गया है। उन्होंने अपने आवेदन में इस मामले से बेहद आहत होने की बात कही है।
पैसे की लेनदेन को लेकर सोशल मीडिया में वीडियो वायरल किया गया है। इस मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम बनाई गई है। जांच में जो (CG Crime News) भी कर्मचारी दोषी पाया जाता है, तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। -डॉ. केके जैन, सिविल सर्जन जिला अस्पताल