बच्चे को जन्म देने वाली माँ ने अपना निवास स्थान डोंगरगढ़ क्षेत्र लिखवाया था। घुमंतूू जाति से होने की वजह से माता का स्थाई पता
अस्पताल प्रबंधन के पास नहीं है। वहीं जो मोबाइल नंबर दर्ज कराया गया था, उसमें संपर्क करने पर नंबर बंद आ रहा है।
अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि 19 सितंबर को लेबर वार्ड में डिलीवरी हुई। बच्चा कमजोर था, पेट में सूजन की समस्या थी। वहीं प्राइवेट पार्ट्स विकसित नहीं हुए थे। कंडीशन को देखते हुए नवजात को एसएनसीयू में भर्ती कराया गया।
एसएनसीयू प्रभारी डॉ. विक्रम बैद ने बताया कि परिजनों को शिशु की स्थिति के बारे में बता दिया गया था। उपचार चल ही रहा था कि 22 सितंबर को परिजन बिना कुछ बताए गायब हो गए। इसके बाद दिए गए नंबर पर संपर्क करने पर बंद बताया। कलेक्टर को सूचना दी गई। चाइल्ड लाइन के सुपुर्द (Crime News) करने के बाद बच्चे को उपचार के लिए रायपुर के डीकेएस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉ. बैद ने बताया कि ऑपरेशन के बाद नवजात की स्थिति में सुधार आ सकता है पर परिजनों ने बिना कोई सोचे, समझे उसे छोड़कर गायब हो गए हैं।