राजनांदगांव जिले में फरवरी महीने में कोरोना की रफ्तार कम हो गई थी और यह मार्च के शुरु के 20 दिनों तक राहत देती रही थी। लेकिन इसके बाद से इसका रौद्र रूप देखने मिला और अब अप्रैल आधा ही बीता है और इस महीने 10 हजार से ज्यादा केस आ गए हैं। कोरोना की पहली लहर का पीक सितम्बर में आया था और इस पूरे महीने 58 सौ केस आए थे और 60 मौतें हुई थीं लेकिन आधा अप्रैल ने इसे कहीं पीछे छोड़ दिया है।
बीते डेढ़ महीने का आंकड़ा देखा जाए तो 28 फरवरी तक 193 लोगों की मौत कोरोना से हुई थी लेकिन 13 अप्रैल तक की स्थिति में 294 मौतें हो गई हैं। यानि 45 दिनों से कम में 101 लोगों की जान कोरोना ने ली है। हालांकि मौतें इससे भी ज्यादा हुई हैं लेकिन सरकारी आंकड़ों को ही मानें तो स्थिति काफी विकराल है। बुधवार 14 अप्रैल की स्थिति में मौतों का आंकड़ा 3 सौ को पार कर गया है। 28 फरवरी यानि अब से 45 दिन पहले राजनांदगांव जिले में 20 हजार 159 कोरोना संक्रमित थे। इनमें से 19 हजार 842 कोरोना को मात देकर ठीक हो गए थे। सिर्फ 124 एक्टिव केस था। रिकवरी रेट 98 प्रतिशत से ज्यादा था लेकिन अब यह गिरकर 70 फीसदी से कम हो गया है।
जिले में अब तक 70.66 प्रतिशत लोगों ने वैक्सीन लगवा लिया है। अंबागढ़ चौकी विकासखंड में 22 हजार 95, छुईखदान विकासखंड में 27 हजार 16, छुरिया विकासखंड में 35 हजार 731, डोंगरगांव विकासखंड में 24 हजार 978, डोंगरगढ़ विकासखंड में 28 हजार 197, खैरागढ़ विकासखंड में 26 हजार 71, मानपुर विकासखंड में 15 हजार 130, मोहला विकासखंड में 19 हजार 43, घुमका में 26 हजार 903 तथा राजनांदगांव विकासखंड में 22 हजार 246 लोगों ने वैक्सीन लगाया है।
कोरोना की रोकथाम के लिए जिले के सभी विकासखंडों में वैक्सीनेशन का कार्य तेजी से किया जा रहा है। जिले में कोविड-19 के केस बढ़े हैं। कोविड-19 से बचाव के लिए वैक्सीन रक्षा कवच की तरह है। बुजुर्गों एवं 45 वर्ष की आयु के नागरिक बड़ी संख्या में वैक्सीनेशन के लिए आगे आ रहे हैं और लोगों में जागरूकता बढ़ी है। जिले में अब तक 2 लाख 47 हजार 410 लोगों ने वैक्सीन लगा लिया है।
आज की जांच – 4052
आज के पॉजिटिव – 1481
डिस्चार्ज – 741
आज की मौत – 12
एंटीजन सैंटल – 3215
एंटीजन पाजिटिव – 1186