CG Heavy rain: कई गांवों में पानी भरा पानी
CG Heavy Rain: सोमवार शाम से जारी भारी बारिश और अंबागढ़ चौकी क्षेत्र स्थित मोंगरा बैराज से एक लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण शिवनाथ नदी अपनी सीमा तोड़कर बही। मंगलवार रात तक शिवनाथ नदी किनारे के कई गांवों में पानी भर आया। दर्जनों गांव का संपर्क टूट गया। कई गांव पूरी तरह टापू बने रहा। काम-काज, आंगनबाड़ी और स्कूल, कॉलेज में बच्चों की उपस्थिति प्रभावित रही। मोहड़ व जंगलेसर सहित कुछ गांव टापू में तब्दील हो गए थे। बारिश थमने के बाद बुधवार को 12 बजे के बाद भले बाढ़ का जल स्तर कम होने लगा, लेकिन इससे पहले 18 घंटों तक लोग अपने ही गांव और घरों में दहशत में रहे। कई लोग घर से बेघर हो गए। हजारों एकड़ फसल को बर्बाद हो गई। धान सहित सब्जी और अन्य फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। (CG Heavy rain )नदी का जल स्तर कम होने के बाद कृषि और राजस्व विभाग द्वारा फसलों को पहुंचे नुकसान का सर्वे कर आंकलन किया जाएगा।
Monsoon 2024: घुमका तहसील में सर्वाधिक 20 मिमी बारिश
राजनांदगांव जिले में इस वर्ष चालू मानसून वर्ष (
Monsoon 2024 ) में 1 जून 2024 से अब तक औसत 1073.9 मिमी बारिश रिकार्ड की गई है। जिले के सभी 7 तहसीलों में पिछले 24 घंटों में औसत 8.5 मिमी बारिश हुई। सर्वाधिक वर्षा घुमका तहसील में 20 मिमी दर्ज की गई। भू-अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी अनुसार पिछले 24 घंटों में डोंगरगढ़ तहसील में 7 मिमी, लाल बहादुर नगर तहसील में 9.5 मिमी, राजनांदगांव तहसील में 9.2 मिमी, घुमका तहसील में 20 मिमी, छुरिया में 5.7 मिमी, कुमरदा तहसील में 5 मिमी एवं डोंगरगांव तहसील में 3.1 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
लोगों का किया गया रेस्क्यू
नदी किनारे डूबान क्षेत्र और फार्म हाऊस में रहने वाले कुछ परिवारों को पुलिस प्रशासन और बाढ़ नियंत्रण के लिए गठित टीम द्वारा रेस्क्यू कर गांव के स्कूल और पंचायत भवनों में ठहराया गया। वहां उनके भोजन की व्यवस्था की गई थी। (Monsoon 2024) इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की टीम भी तैनात रही।
बिजली सप्लाई प्रभावित रही
लगातार तेज बारिश और गरज-चमक के चलते बिजली उपकरणों में भी खराबी आई। गांवों में जल स्तर बढ़ने के कारण ट्रांसफार्मर और नीचे लगे पैनल बोर्ड तक पानी पहुंचा। (Monsoon 2024) इसके चलते भी बिजली सप्लाई बंद करनी पड़ी। लोग इससे भी हलाकान होते रहे।
रातभर दहशत में रहे लोग
मंगलवार रात तक गांवों में नदी का पानी घुस चुका था। जल स्तर तेजी से बढ़ रहा था। वहीं पानी के साथ कई तरह के जहरीले कीड़े-मकोड़े भी बस्ती और घरों तक पहुंच गए थे। इसके चलते लोग दहशत में रतजगा करते रहे।
पुलिस रही तैनात
मोंगरा बैराज से भारी पानी मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण मोहारा में राजनांदगांव-बालोद मार्ग पर बने उच्च स्तरीय पुल के नीचे पानी टकराते दिखा। (Monsoon 2024) बुधवार को भी पुल के ऊपर बाढ़ और नदी का नजारा देखने के लिए बड़ी संया में लोग सुबह से शाम तक पहुंचते रहे। यहां दिनभर मेले जैसा माहौल रहा। इस बीच वहां तैनात पुलिस जवान लोगों को पुल की रेलिंग से दूर रहने और ज्यादा देर तक पुल में नहीं ठहरने की समझाइश देते रहे।
रेस्क्यू ऑपरेशन
शासन व पुलिस प्रशासन की टीम डोंगरगांव, मोहारा तथा बागनदी क्षेत्रों का दौरा की। जनप्रतिनिधियों ने भी शहर की निचली बस्ती व बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने पहुंचे। शिवनाथ नदी के तटीय क्षेत्र मोहारा, हल्दी, सिंगदई में पुलिस रात में भी ड्यूटी पर तैनात रही। पेट्रोलिग पार्टी भी लगातार गश्त करती रही। लालबाग क्षेत्र के ग्राम मोहभट्टा में मंगलवार से फंसे एक परिवार के 3 महिला एवं 1 पुरूष कुल 4 सदस्यों पुलिस एवं एसडीआरएफ की टीम द्वारा रेस्क्यू कर सही सलामत सुरक्षित निकाला गया। वे छत में ठहरे हुए थे। इसी प्रकार थाना सोमनी क्षेत्र के ग्राम धीरी में 2 व्यक्तियों द्वारा कृषि कार्य के लिए अपने फार्म हाऊस गया था एवं ग्राम धीरी-खुटेरी में शिवनाथ नदी के बहाव में शाम को 1 युवक झाड़ में फंसा था, जिसे सोमनी पुलिस एवं दुर्ग के एसडीआरएफ टीम के सहयोग से सुरक्षित निकाला गया।