कालाबाजारी रोकने शासन-प्रशासन के द्वारा अब तक किसी भी प्रकार का कोई कदम नही उठाया जा रहा है। अगर अधिकारी दुकान और गोदाम में छापामारी करे तो सब स्पष्ट हो जाएगा। आज लोग पान मसाला जर्दा से लेकर गुड़ाखू के आदि हो गए है इसीलिए व्यापारी खुलेआम गुड़ाखू के नाम पर लूट मचा रखे है। छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा महिलाएं गुड़ाखू के लत में है वहीं हाल छुईखदान क्षेत्र का है। यहां भी अधिकतर महिलाएं एवं पुरुष को गुड़ाखु की लत लगी है जिसके चलते लोगों द्वारा लगातार किराना दुकानों में जाकर गुड़ाखू का मांग किया जाता है जिसके कारण किराना व्यापारियों के द्वारा गुड़ाखू जो लॉकडाउन से पूर्व 7 रुपए में बिकता था आज उसकी कीमत 30 रुपए है और इससे एक माह पहले 80 से 90 रूपए में भी लेने के लिए लोग मजबूर थे।