पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और विवेचना शुरू करते शव की पहचान गांव के ही बिरझूराम दुग्गा के होने की आशंका पर उसके परिजनों को मौके(crime news) पर बुलाया गया। मृतक के पहने कपड़ों के आधार पर उसके पुत्र राहुल दुग्गा के द्वारा शव अपने पिता बिरझुराम दुग्गा पिता दानचुराम दुग्गा का होना बताया गया।
नक्सलियों की तरह रात को उठा ले गए थे ताकि पुलिस उलझी रहे पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को बताया कि मृतक बिरझुराम दुग्गा ग्राम पटेल रामसाय दुग्गा एवं ग्रामीणों को शराब पीकर मारपीट और परेशान करता था। इसके (cg crime news) चलते रंजिश रखते हुए घर से बाहर निकाल कर हत्या करने की योजना बनाकर घटना को अंजाम दिया। आरोपियों द्वारा पुलिस को गुमराह करने घटना को नक्सली वारदात देने घर से उठाने का प्लान किया गया था।
7 आरोपी गिरफ्तार पुलिस हत्या के मुख्य आरोपी ग्राम पटेल रामसाय दुग्गा पिता आलसूराम दुग्गा (उम्र 60) और मानिक राम उर्फ सुनील दुग्गा पिता बिरसुराम दुग्गा (उम्र 20) अनिल कुमार दुग्गा पिता बिरसुराम दुग्गा (उम्र 24), मनेश दुग्गा पिता नस्सी राम दुग्गा (उम्र 25), दशरथ दुग्गा पिता गनचूराम दुग्गा (उम्र 25) , बिरसुराम दुग्गा पिता मानचुराम (उम्र 50) और केयराम दुग्गा पिता गनचूराम (उम्र 50) को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयोग किए हथियार को पुलिस ने बरामद कर ली है।
बच्चों के बयान पर मिला आरोपियों का सुराग पुलिस अब आरोपियों की तलाश में विवेचना शुरू की। इस दौरान मृतक के पुत्र राहूल दुग्गा और पुत्री करीना दुग्गा ने बताया कि 8 मई की रात को उसके पिता बिरझु दुग्गा खाना खाकर सो रहे थे। इस दौरान गांव के पटेल समेत कुछ लोग आए और उसके पिता के मुंह में रूमाल ठूंसे(rajnandgaon crime) और दोनों हाथ को पीछे से रस्सी से बांधे और गले में रस्सी फंसा कर अनिल दुग्गा और मानिक राम उर्फ सुनील दुग्गा जोर से खींचे फिर पिता को बाहर ले गए।
जिसके बाद दोनों भाई, बहन को घर के अंदर बंदकर बाहर से सिटकनी लगा दिया। बच्चों के बयान के आधार पर संदेही आरोपियों से पूछताछ की गई। आरोपी सुनील दुग्गा द्वारा मृतक बिरझूराम की अपने साथियोें के साथ हत्या करना स्वीकार किया।