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जंगल में मिली युवक की खून से सनी लाश.. बगल में था पिस्तोल, इलाके में फैली सनसनी योगेश ने पुलिस को बताया है कि वह वर्ष 2022 में पॉलिटेक्निक कॉलेज खैरागढ़ में शिक्षा ग्रहण कर रहा था। इस दौरान उसकी मित्रता पदुमतरा निवासी राजेश महिलांग से हुई। उस दौरान करीबी बढ़ते हुए राजेश ने उसे रेलवे में टिकट एग्जामिनर के पद पर नौकरी लगने का ऑफर दिया। उसके बाद अपने घर वालों की हामी के बाद 19 अक्टूबर 2022 को उसने घर बुलाकर राजेश को एक लाख दिए। उसके बाद राजेश महिलांग ने सुनील पटेल से मिलवाया। उन दोनों के द्वारा नौकरी का भरोसा दिलवाया गया। उसके बाद इन दोनों के खाते में 10 लाख के करीब आरटीजीएस और दो लाख नकद दिया गया। इसके बाद 18 नवंबर को स्पीड पोस्ट के माध्यम से उसका नियुक्ति पत्र भी भेजा गया।
योगेश ने बयान में बताया कि नियुक्ति पत्र मिलने के बाद 21 नवंबर को हावड़ा डीआरएम ऑफिस में कई कागजात वह सर्विस बुक में राजेश के द्वारा मेरे से हस्ताक्षर लेकर 28 से ट्रेनिंग में जाने के बात कही गई । 45 दिनों की ट्रेनिंग दिलीप नाम के व्यक्ति ने वर्धमान में दी। इस दौरान रेलवे अधिकारी राहुल सरकार के एक्सिस बैंक के खाते में योगेश के द्वारा 50 हजार रुपए और 5 लाख नकद प्रदान किया गया। उस ट्रेनिंग के बाद फर्जी ज्वॉइनिंग लेटर थमा दिया गया है।
जांच चल रही पूरे मामले की जांच चल रही है। अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता। जांच कि कड़ी जैसे-जैसे आगे बढ़ेगी उसके बाद ही कुछ बताया जा सकता है। – राम अवतार ध्रुव, थाना प्रभारी डोंगरगढ़