इसी कारण पहाड़ियों सहित नगर के विभिन्न जगहों पर स्थित धार्मिक स्थल भी शहर के पर्यटन की प्रमुख पहचान है। इन दर्शनीय स्थलों को भी सहेजने और सवारने शहर को पर्यटन स्थल घोषित किया जाना जरूरी है। इसी को लेकर पत्रिका ने शहर को मिले पर्यटन का दर्जा अभियान की शुरुआत की है। आइए आप हम सब मिलकर इस अभियान को आगे बढ़ाएं और शहर को पर्यटन की ऊंचाई पर ले जाएं।
ऐतिहासिक धार्मिक स्थल जो शहर की पहचान
● बड़ा महादेव का स्थान
● हिंगलाज माता मंदिर
● छोटा महादेव
● खजूर पानी महादेव मंदिर
● गुप्तेश्वर मंदिर
● नांदेश्वर महादेव
● कोदेश्वर महादेव
● सांका श्याम जी मंदिर
● कोटरा माता जी मंदिर
● हाजीवली दरगाह
● मारूतिनन्दन मंदिर
● बड़ी हनुमानगढ़ी
● जलमंदिर
● गणेश चौक मंदिर
● काकशिला
● कंतोड़ा हनुमान जी का मंदिर
● करणी माता
● नृसिंह मंदिर
● जगदीश मंदिर
● चापावन्त मंदिर
● कवरानीजी मंदिर
● रघुनाथ जी का मंदिर
अभियान से जुड़ने आगे आए लोग
पर्यटन मानचित्र पर अपने शहर का नाम दर्ज कराने और उसे प्रसिद्धि दिलाने के लिए पत्रिका के इस अभियान से जिले के अनेक लोग जुड़ रहे हैं। इस मुहिम में कई लोगों ने अपने सुझाव भी पत्रिका के साथ शेयर किए।
सभी के समन्वित प्रयासों से ही शहर को पर्यटन के रूप में पहचान दिलाई जा सकती है। अपने विधायक कार्यकाल में मैंने नरसिंहगढ़ महोत्सव की शुरुआत की थी। पत्रिका मुहिम से जुड़कर दोबारा महोत्सव को शुरू किए जाने नागरिकों के साथ मिलकर प्रयास करेंगे।
– मोहन शर्मा, पूर्व विधायक नरसिंहगढ़
शहर को धार्मिक पर्यटन के रूप में पहचान मिलनी चाहिए, क्योंकि यहां ऐतिहासिक धार्मिक स्थल मौजूद है। कई प्राचीन मंदिरों का इतिहास तो काफी पुराना है। धार्मिक पर्यटन के रूप में पहचान मिलने से मठ मंदिर की वर्तमान स्थितियों में भी सुधार होगा।
– महंत नंदराम दास, खाकी गुरुजी मंदिर श्री जमात