मंडी में परेशानी
बारिस का ज्यादा असर मंडियों में पड़े गेंहू पर पड़ने की संभावना है क्योँकि कई जगह मंडियों में गेहूं खुला में पड़ा है । राजगढ़ में ही किसानों को गेंहू रखने के लिये कोई छाया व्यवस्था नही है । जिससे यहां भी किसान पानी आने के साथ ही परेशान हुए जबकि जो तीन सेड लगा है उसमे भी गेंहू भरा रखा है। उल्लेखनीय है कि जिले में 41 केन्द्रों पर समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी की जा रही है। अधिकांश केन्द्रों पर गेहूं का उठाव न होने से खुले में ही गेहूं पड़ा हुआ है। शनिवार को अचानक बारिश और ओलों से खुले में पड़े गेहूं के खराब होने की आशंका है। गेहूं की बोरियां भी खुली पड़ी थीं। इनमें बारिश का पानी भर गया।
शनिवार को सुबह से ही मौसम बदला हुआ था। बार-बार आसमान पर बादल छा रहे थे और तेज हवाएं चल रही थीं। शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात भी आंधी चली थी। इसके बाद दोपहर 3.30 बजे के बाद से काली घटाओं ने पूरे आसमान को घेर लिया। 4.00 बजे से बारिश का दौर शुरू हुआ और 4.13 बजे से ओले गिरने लगे। चने के आकार के ओले करीब 25 मिनट तक गिरे। 30 मिनट तक झमाझम बारिश के बाद करीब 15 मिनट रिमझिम बारिश होती रही। इन्ससे नालियों में भरा कचरा व कीचड़ सड़कों पर फैल गया और लोगों को निकलने में परेशानी उठानी पड़ी। जिससे यहां भी किसान पानी आने के साथ ही परेशान हुए जबकि जो तीन सेड लगा है उसमे भी गेंहू भरा रखा है। उल्लेखनीय है कि जिले में 41 केन्द्रों पर समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी की जा रही है