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5 हजार रुपए तय किया था हर फाइल का रेट
भोपाल लोकायुक्त के इंस्पेक्टर मनोज पटवर ने बताया कि 24 मार्च को शिकायत मिली थी। ब्यावरा निवासी भागीरथ पिता घीसालाल जाटव ने शिकायत की थी कि संजय जाट ने भवन निर्माण अनुमति की हर फाइल के लिए पांच हजार रुपए मांगे हैं। भागीरथ नगर पालिका में प्राइवेट सर्विस प्रोवाइडर के तौर पर भवन निर्माण अनुमति का आवेदन ऑनलाइन करने का काम करते हैं और उनसे हर केस में रिश्वत मांगी जाती थी। उन्होंने बताया कि वो पहले बाबू को 4 हजार रुपए दे चुके हैं। लोकायुक्त टीम ने शिकायत का सत्यापन किया तो वह सही पाई गई। इसके बाद लोकायुक्त टीम ने जाल बिछाया और फरियादी भागीरथ को रिश्वत के तीन हजार रुपए लेकर बाबू संजय जाट के पास भेजा। जैसे ही संजय ने रिश्वत ली तो लोकायुक्त टीम ने उसे रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया।
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विभागीय स्तर पर भी होगी कार्रवाई
लोकायुक्त इंस्पेक्टर ने बताया कि फिलहाल हमने रिश्वत लेने के मामले में कार्रवाई की है, प्रकरण भी दर्ज कर लिया है। इससे आगे विभागाध्यक्ष (सीएमओ, एसडीएम) को इसमें कार्रवाई का अधिकार है। वे चाहें तो निलंबित कर सकते हैं, साथ ही संबंधित विभाग से हटाया जा सकता है। शिकायतकर्ता भागीरथ ने मीडिया को बताया कि लंबे समय से संजय द्वारा यह किया जा रहा था। बाजार में भी लोगों पर दबाव बनाया जाता था, साथ ही हर फाइल को आगे बढ़ाने के लिए मुझसे पांच हजार रुपए मांगता था। हमने कई बार समझाया लेकिन नहीं माना। इसके बाद परेशान होकर लोकायुक्त में मामले की शिकायत कर दी।
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