सलमान को प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह और उनके बेटे विधायक जयवर्धन सिंह का करीबी माना जाता था। यह वारदात तब हुई जब अनंत चतुर्दशी के मौके पर एसडीओपी क्षेत्र की पेट्रोलिंग पर निकले थे। सलमान की हत्या वाले स्थान से एसडीओपी को गाडी महज़ 50 कदम ही दूर थी। पुलिस के अनुसार, यह मामला आपसी रंजिश का है। पुलिस हमलावरों का पता लगा रही है।
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बच्चे के सामने मारी गोली
मामले की जांच में जुटी पुलिस का कहना है कि घटना राजगढ़ के सारंगपुर में रात 9 बजे घटी जब सलमान अपने 9 साल के बेटे के साथ अस्पताल रोड के पास खड़े थे। यहां बाइक पर सवार होकर 3 बाइक अज्ञात बदमाश आए और एकाएक सलमान की कनपटी पर रिवाल्वर रखकर गोली चला दी। इससे पहले की आसपास मौजूद लोग कुछ समझ पाते, बाइक सवार हमलावर मौके से फरार हो गए। आस-पास के लोग तुरंत ही सलमान के पास पहुंचे और लहू-लुहान हालत में उसे अस्पताल लेकर पहुंचे। लेकिन, यहां परीक्षण के बाद डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। यह भी पढ़े – उद्घाटन के आधे घंटे के भीतर बंद हो गया औषधि केंद्र, अधूरी तैयारी के बीच शुभारंभ
आपसी रंजिश का शिकार हुए सलमान
पुलिस के अनुसार, यह घटना सलमान अली खान की शाहरुख़ नाम के व्यक्ति से साथ आपसी रंजिश की वजह से हुई है। पिछले साल फरवरी माह में भी उनपर तलवार और चाक़ू से हमला किया गया था। उस हमले में सलमान के भाई पर भी हमला हुआ था। इस हमले में दोनों भाई बुरी तरह घायल हुए थे। हमले के बाद दिए बयान में सलमान ने खुलासा किया था कि शाहरुख़ नाम के व्यक्ति के साथ उसकी आपसी रंजिश है जिसकी वजह से उनपर यह हमला हुआ है। यह भी पढ़ें
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