बीते कुछ साल से खरीफ की फसल से गायब सी हो गई तिल यानि तिल्ली अब लड्डुओं का जायका बिगाड़ रही है। तिल पर भी महंगाई की मार पड़ती नजर आ रही है। तिल 54 फीसदी मंहगा हो गया है. इससे लड्डू 40 फीसदी मंहगे बिक रहे हैं।
दरअसल, तिल्ली का उत्पादन कम होने से बाजार में ये मंहगी है। संक्रांति के लिए खरीदारी का दौर शुरू हो गया है और सामग्री खरीदने किराना दुकानों पर लोगों की भीड़ लगने लगी है। लोगों का कहना है कि 10 साल में जितने रुपए में तीन किलो तिल और तीन किलो राजगिर आ जाता था, इस बार उतने रुपए से ज्यादा में सिर्फ दो किलो ही सामग्री आ रही है।
इससे लोगों को पिछले साल की तुलना में लड्डू बनाने की सामग्री खरीदने के लिए 50 से 60 फीसदी ज्यादा रुपए खर्च करना पड़ रहे हैं। ज्यादातर लोग बाजार में बने हुए लड्डू ही खरीदने में रुचि दिखा रहे हैं। गौरतलब है कि तिल्ली की पैदावार बीते दो सालों से बिल्कुल नहीं हो रही है। अत्यधिक या कम बारिश के कारण आम तौर पर खराब हो जाने के कारण तिल्ली से किसान दूरी बना लेते हैं।
दालें सस्ती, लेकिन अन्य सामान महंगे
थोक किराना व्यापारी जुगल किशोर गुप्ता ने बताया कि इस बार दालों की कीमतों में कमी आई है, पिछले साल की तुलना में काली मूंग 27 फीसदी और हरी मूंग दाल 35 फीसदी सस्ती बिक रही है। वहीं, गुड़ पांच रुपए किलो मंहगा है। ड्राइफ्रूट और लड्डुओं में इस्तेमाल होने वाली अन्य सामग्री भी मंहगी है। तिल्ली के रेडिमेड लड्डू भी उपलबध हैं, लेकिन रेट जरूर ज्यादा लग सकते हैं। ऊपर से ही तिल्ली की कमी लग रही है।
इस बार कीमतों पर एक नजर
सामग्री 2022 2023
तिल 110 170
राजगिर 70 110
गुड़ 40 45
मुरमुरा 80 100
तेल 130 150
काली मूंग 150 110
हरीमूंग दाल 140 90
(नोट : रेट रु. प्रति किलो में)