नागौर शहर में 46 मिलीमीटर पानी बरसा। जिले के मूंडवा में 18, खींवसर में 21, डीडवाना में 16, लाडनू में 19, मकराना में 33 मिमी बारिश मापी गई। जैसलमेर में 19 मिमी बारिश हुई। जिले के रामगढ़ में 22 और पोकरण में 11 मिमी पानी बरसा। बाड़मेर, पाली और जालौर के कई हिस्सों में हल्की से लेकर मध्यम बारिश रिकॉर्ड की गई। मौसम विभाग के अनुसार बादल बरसात का दौर शनिवार को भी जारी रहेगा। उसके बाद बारिश की गतिविधियों में कुछ कमी आने की संभावना है।
( न्यू कोहिनूर सिनेमा हॉल के पीछे महादेव मंदिर के पास 25 से 30 साल पुराना पीपल का पेड़ बिजली कड़कने से नीचे गिरा, रास्ता हुआ जाम )
एयरफोर्स-रातानाडा की तरफ अधिक मेघ बरसे
सूर्य नगरी में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 25.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। दिन चढ़ने के बाद उमस बढ़ने लगी। दोपहर में उमस से लोगों की हालत पतली हो गई। अधिकतम तापमान 35.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। अपराहन 3:00 बजे बाद काले बादलों की आवाजाही शुरू हुई। चार बजते-बजते तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हो गई। इस दौरान हवाओं की रफ्तार 20 से 30 किलोमीटर प्रति घंटा थी। झमाझम बारिश से शहरवासियों की बांछे खिल उठी। 15-20 मिनट के ब्रेक के बाद काली घटाओं से मूसलाधार बारिश शुरू हो हुई जिससे चारों तरफ पानी ही पानी हो गया। अत्यधिक तेज बरसात से शहर की सड़कों पर बाळे बहने लगे। घरों से पनाळे चलने लगी। लोगों ने बारिश का जमकर लुत्फ उठाया।
खतरनाक पुलिया में 2 फीट तक पानी
तेज बारिश से शहर के निचले इलाकों में पानी भर गया। खतरनाक पुलिया के नीचे 2 फीट तक पानी की चादर चली। वहां दुपहिया वाहनों के दोनों टायर डूब रहे थे। शहर के पावटा, हाई कोर्ट रोड, नेहरू पार्क, 12 वीं रोड के आसपास के क्षेत्रों में पानी भरने से दुपहिया वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
कुछ जगह पेड़ गिरे
तेज हवाओं के साथ तूफानी बारिश से शहर के कुछ इलाकों में पेड़ गिर गए। न्यू कोहिनूर सिनेमा हॉल के पीछे महादेव मंदिर के पास पीपल का बड़ा पेड़ गिरने से रास्ता जाम हो गया। पावटा जिला अस्पताल के पास एक कार के ऊपर पेड़ गिर गया।