दरअसल, तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष के अन्नामलाई ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर की है। इसके साथ ही कैप्शन में लिखा, “तमिलनाडु में राजनीतिक बहस की स्थिति के लिए खेद है। सांसद ए राजा ने एक बार फिर तुष्टीकरण के उद्देश्य से एक समुदाय के खिलाफ नफरत फैलाई है। इन राजनीतिक नेताओं की बहुत दुर्भाग्यपूर्ण मानसिकता, जो सोचते हैं कि वे तमिलनाडु के मालिक हैं।”
डीएमके सांसद ए राजा अपने सम्बोधन में कहा, “आप तभी तक शूद्र हैं जब तक आप हिंदू हो। आप एक वेश्या के के पुत्र तभी तक हैं जब तक आप एक शूद्र हो। आप तभी तक दलित हो जब तक हिन्दू हो। आप जब तक हिंदू हैं तब तक आप एक अछूत हैं।”
ओपी राजभर की पार्टी सुभासपा क्या दो परिवारों की वजह से टूट जाएगी ?
इस वीडियो में सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा, “मैंने ऐसा कोई धर्म नहीं देखा। कर्नाटक में लिंगायत समुदाय सुप्रीम कोर्ट में ये कहते हुए याचिका दायर कर रहे हैं कि उनकी पूजा का तरीका और धार्मिक सिद्धांत अलग हैं। वे खुद को हिंदू घोषित न करने के लिए कह रहे हैं, लेकिन सुप्रीम कोर्ट क्या कह रहा है? सुप्रीम कोर्ट कह रहा है कि अगर आप ईसाई, मुस्लिम या फारसी नहीं हैं, तो आपको हिंदू होना चाहिए। क्या किसी अन्य देश में ऐसा अत्याचार देखा है?”