घर में रइयो यार न जइयो बाजार …
कोरोना से बचाव का संदेश देने भगवत सिंह का गाया गीत हो रहा वायरल।
घर में रइयो यार न जइयो बाजार …
रायसेन. कोरोना से बचवे को एकई उपाय, घर में रइयो यार, न जइयो बाजार… यह लोक गीत इन दिनो सोशल मीडिया पर खूब वाायरल हो रहा है। जिले की सुल्तानपुर तहसील के ग्राम चंपानेर निवासी शिक्षक भगवत विश्वकर्मा पारंपरिक लोकगीत गायक हैं। कोरोना वायरस की इस त्रासदी में लोगों को जागरुक करने उन्होंने लोग गीत लिखा और गाया। जिसमें वायरस के संक्रमण से बचने लोगों को संदेश दिया है। विश्वकर्मा ने बताया कि कोरोना का खतरा अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी बढ़ रहा है, ऐसे में उन्होंने ग्रामीण शैली में लोक संगीत के माध्यम से लोगों को जागरुक करने का प्रयास किया है। लोकगीत गायन में शिवनारायण विश्वकर्मा, पुत्र गगन विश्वकर्मा और छोटू ने उनका साथ दिया है।
भूमिका ने गुल्लक तोड़कर राहत कोश में जमा कराई राशि
गुल्लक में निकले 3254 रुपए रेडक्रास रायसेन के खाते में कराए जमा।
मंडीदीप. देशभर में 21 दिन के लॉकडाउन के दौरान जहां प्रत्येक व्यक्ति दो पैसे बचाकर मुसीबत के लिए रखकर चल रहा हैं, वहीं दूसरी ओर औद्योगिक शहर की एक 9 वर्षीय ब”ाी ने देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से प्रेरित होकर अपनी गुल्लक तोड़कर उससे निकले सभी पैसे राहतकोष में जमा करा दिए। शहर के दंत चिक्तिसक डॉ. टीएन विश्वास एवं Óयोतिका विश्वास की बेटी भूमिका ने रविवार को अपने मम्मी पापा से जिद कर गुल्लक तोडऩे के लिए कहा। भूमिका ने कहा कि इससे जितने पैसे निकलेंगे पूरे मोदी जी के पास भिजवा दो। डॉ. विश्वास ने बेटी की भावनाओं को समझते हुए गुल्लक तोड़कर उससे निकले 3254 रुपए रेडक्रास रायसेन के खाते में जमा करा दिए। भूमिका से जब हमने इस बारे में बात की तो उसने बताया कि मोदी जी कहते हैं कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए हमे मदद करना चाहिए। इसलिए आज मेने पापा से कहकर अपनी गुल्लक तुड़वाकर उसमें रखे पैसे मोदी जी के पास भेज दिए।
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