पुलिस के मुताबिक शुभम कार्पोरेट तेलीबांधा में श्वेता देवांगन मंगलम सर्विसेस का संचालन करती है। इसके जरिए बेरोजगार युवक-युवतियों का प्लेसमेंट किया जाता है। श्वेता कुछ युवाओं को वनविभाग में वन रक्षक की नौकरी दिलाने का दावा कर रही थी। इसके एवज में उनसे भर्ती के लिए डेढ़ लाख रुपए एडवांस और 5 लाख रुपए नियुक्ति सूची में नाम लाने के लिए मांग रही थी। वह एक वीडियो में यह कहते हुए नजर आ रही थी कि उसे 17 लोगों का टारगेट मिला है। इसमें से 13 लोगों से बातचीत हो गई है। इनका मामला सेट हो गया।
यह वीडियो वायरल हो गया। इससे वनविभाग की बदनामी होने पर वन अधिकारी साधेलाल बंजारे ने तेलीबांधा में युवती के खिलाफ (cg fraud news) शिकायत की। पुलिस ने श्वेता के खिलाफ धोखाधड़ी का अपराध दर्ज करके उसे गिरफ्तार कर लिया है।
तीन लोगों से लिए 4.50 लाख रुपए पूछताछ में आरोपी युवती ने बताया कि वह बेरोजगारों को प्राइवेट नौकरी दिलवाती है। उसका वन विभाग के किसी भी अधिकारी या अन्य उच्चाधिकारी से कोई संपर्क नहीं है। उसने वन विभाग में वन रक्षक के पद पर नौकरी लगवाने के नाम पर 3 लोगों से कुल 4 लाख 50 हजार रुपए ही लिया है। अगर उनकी नौकरी लग जाती, तो वह यह राशि अपने पास रख लेती। अगर नहीं लगता, तो लौटा देती।
आरोपी युवती के कब्जे से लैपटॉप, कंप्यूटर, वनरक्षक भर्ती संबंधित आवेदन और फॉर्म, 1 मोबाइल, रजिस्टर आदि जब्त किया है। इसमें कई विभागों में नौकरी संबंधी आवेदन, फार्म व अन्य दस्तावेज शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि वनरक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया विभाग में चल रही है। युवती के वीडियो वायरल होने से भर्ती को लेकर (raipur thagi news) सवाल उठने लगे थे। अभ्यर्थियों तक कई तरह की भ्रामक जानकारियां भी पहुंच रही थी।