डॉक्टरों के अनुसार पहले जो दवा 6 माह या एक साल में असर करती थी, अब वह तीन माह में असर करने लगी है। 3-4 साल में इतनी अच्छी दवाइयां आई हैं, जो मरीजों का नया जीवन दे रही है। प्रदेश में एचआईवी मरीजों की जांच से लेकर इलाज सब मुफ्त है।
ये सुविधाएं मिल रहीं मरीजों को
1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस है। इस मौके पर पत्रिका ने मरीजों व उन्हें मिलने वाली सुविधाओं की पड़ताल की।
- अब विशेष प्रकार की दवाइयों के सेवन से एचआईवी संक्रमित महिलाएं स्वस्थ शिशु को जन्म दे रही हैं। ऐसी डिलीवरी आंबेडकर समेत सभी मेडिकल कॉलेज व जिला अस्पतालों में।
- एचआईवी मरीजों को बस या ट्रेन की यात्रा में कंसेशन दिया जाता है। यही नहीं ट्रेन में एक अटेंडर के लिए यात्रा पास जारी किया जाता है।
- आंबेडकर अस्पताल स्थित प्रदेश के सबसे बड़े एआरटी प्लस सेंटर में मरीजों की काउंसलिंग से लेकर इलाज किया जा रहा है।
- दवाइयां भी मुफ्त में दी जा रही है और डाइट भी दिया जा रहा है।
- कम्युनिटी चैंपियन के माध्यम शासन कीयोजनाओं को सेक्स वर्कर, ट्रांसजेंडर, होमो सेक्सुअल तक पहुंचाया जा रहा है।
World AIDS Day: इंजेक्टेड नशा करने वाले 200 युवा जी रहे सामान्य जीवन
प्रदेश में इंजेक्टेड नशा करने वाले 200 के करीब युवा सामान्य जीवन जी रहे हैं। इंजेक्शन वाले नशा से एचआईवी फैलने का खतरा रहता है। सिम्स व जिला अस्पताल बिलासपुर के अलावा सुपेला भिलाई, मनेंद्रगढ़, विश्रामपुर व कोरबा में नशा मुक्ति केंद्र खोला गया है। इसमें नशा करने वाले युवाओं को एनजीओ के माध्यम से सेंटर पहुंचाया जा रहा है।
इस सेंटर के माध्यम से युवाओं को एचआइवी संक्रमित होने से भी बचाया जा रहा है। रायगढ़ में महिला यौन कर्मियों के लिए 7 से 8 समूह बनाया गया है। ये सिलाई केंद्र में प्रशिक्षण के साथ सिलाई का काम कर रही हैं।
लोगों में जागरूता बढ़ी है: डॉ. राजीवलोचन खरे
World AIDS Day: नोडल अफसर एआरटी प्लस सेंटर मेडिकल कॉलेज, डॉ. राजीवलोचन खरे ने पत्रिका को जानकारी दी कि एडवांस दवाइयां आने से एचआईवी मरीजों के इलाज में काफी मदद मिल रही है। 10 साल पहले की तुलना में मृत्युदर भी आधी हो गई है। लोगों में जागरूता बढ़ी है और वे जांच के लिए पहुंच रहे हैं। जांच व इलाज फ्री है। वहीं बस व ट्रेन की यात्रा में छूट दी जाती है।