मौसम विशेषज्ञ एचपी चंद्रा के मुताबिक एक द्रोणिका उत्तर अंदरूनी उड़ीसा से पूर्व-मध्य अरब सागर तक छत्तीसगढ़ होते हुए 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। प्रदेश में अधिकतम तापमान अपनी चरम स्थिति में पहुंच चुका है, इसके कारण अधिकतम तापमान में कोई विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है। प्रदेश में अधिकतम तापमान में अगले 3 दिनों में मामूली उतार चढ़ाव की स्थिति बने रहने की संभावना है। प्रदेश में 14 मार्च को मौसम शुष्क रहने की संभावना है। 16 से 20 मार्च तक की अवधि में वर्षा होने की संभावना बनी हुई है। प्रदेश में सबसे ज्यादा दिन का तापमान 36.5 डिग्री रायपुर (लालपुर) में तथा सबसे कम न्यनूतम तापमान 14.1 बलरामपुर में दर्ज किया गया।
प्रदेश में मौसम का रुख में बदलाव जारी है। ठंडी हवा, वर्षा और ओलावृष्टि के बाद तापमान में वृद्धि होती जा रही है। पूर्वी हवाएं चलने से धूप में चुभन बढ़ गई है। मौसम विभाग के मुताबिक मार्च के अंतिम सप्ताह में तापमान 40 डिग्री तक पहुंच सकता है। मौसम पूरी तरह शुष्क होने से दिन और रात के तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी देखी जा रही है। धूप में चुभन बढ़ने से प्रदेश में गर्मी की दस्तक का भी एहसास होने लगा है।
मौसम विभाग की मानें तो गर्मी का प्रभाव अब धीरे-धीरे और बढ़ने लगेगा। मार्च का पहला सप्ताह बीत चुका है। दक्षिण भारत में तापमान बढ़ने लगा है। अभी तीन दिन तक तापमान में वृद्धि हो सकती है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पूर्वी एवं दक्षिण-पूर्वी हवाएं चलने लगी हैं। इस वजह से प्रदेश में दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी होने लगी है।