दाम में 20 से 30 फीसदी की उछाल
रेड्डी के अनुसार, छत्तीसगढ़ के बैंगन, लौकी और खीरा की मांग सबसे ज्यादा है, जिससे इन सब्जियों की स्थानीय उपलब्धता कम हो गई है और दाम बढ़ गए हैं। उदाहरण के तौर पर पिछले महीने की तुलना में सब्जियों के दाम 20-30% तक बढ़ गए हैं। फूलगोभी, जो आमतौर पर ठंड के मौसम में बाजार में आती है, अब शुरुआती दौर में ही 50 से 60 रुपये प्रति किलो मिल रही है। धनियापत्ती भी 200 रुपए प्रति किलो बिक रही है। भिंडी, मुनगा, करेला, बैंगन, खीरा और प्याज की कीमतें भी पिछले महीने की तुलना में बढ़ी है।Vegetable Price Hike: आलू ने बढ़ाई टेंशन! पश्चिम बंगाल-ओडिशा के विवाद में कीमत ने लगाई हाफ सेंचुरी, जानें रेट
प्याज और आलू की कीमतों में भी वृद्धि
आलू-प्याज थोक व्यापारी संघ के अध्यक्ष अजय अग्रवाल ने बताया कि आलू और प्याज की कीमतों पर भी असर पड़ा है। इस महीने आलू 26 से 28 रुपये प्रति किलो और प्याज 20 से 40 रुपए प्रति किलो बिक रहा है। पुराने प्याज की कीमत 44 से 50 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई है, जबकि नए प्याज की कीमत थोड़ी कम है। नवरात्र के दौरान नींबू की कीमतों में भी हल्की बढ़ोतरी देखी जा रही है।थोक और चिल्हर के भाव में अंतर
सब्जियों के थोक और चिल्हर बाजार में कीमतों का अंतर भी देखने को मिल रहा है। टमाटर थोक में 40 से 50 रुपए प्रति किलो बिक रहा है, जबकि चिल्हर में यह 80 से 100 रुपए प्रति किलो मिल रहा है। इसी प्रकार, करेला थोक में 40 से 50 रुपये और चिल्हर में 80 से 100 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। प्याज का थोक भाव 44 से 50 रुपये और चिल्हर में 60 से 70 रुपये प्रति किलो तक पहुंच चुका है।सब्जियों के भाव पर एक नजर
सब्जी – थोक – चिल्हरटमाटर – 40-50 रु – 50-70 रु
करेला – 40-50 रु – 80-100रु
मुनगा – 40-50 रु – 70-80 रु
प्याज – 44-50 रु – 60-70 रु
भिंडी – 40-50 रु – 70-80 रु
बैंगन – 15-20 रु – 20-30 रु
खीरा – 35-40 रु – 40-50 रु
गोभी – 30-35 रु – 80-100रु
आलू – 14-20 रु – 30-40 रु