भाजपा कार्यकर्ता भी हुए प्रदर्शन में शामिल उल्लेखनीय है कि सड्डू निवासी भोली उर्फ बुलेश्वरी बघेल पाम बेलाजियो में घरेलू काम करने जाती थी। वह मंगलवार को आठवीं मंजिल में रहने वाले कारोबारी सिद्धार्थ सिसोदिया के घर काम कर रही थी। इस बीच संदिग्ध रूप से वह उनके घर की बालकनी से नीचे गिरी। इससे (cg news) उसकी मौत हो गई। जिस स्थल से महिला को गिरना बताया जा रहा है, वहां की बाउंड्री 4 फीट से अधिक है। इस कारण पैर फिसलने या किसी अन्य चीज से टकराकर गिरने की संभावना नहीं है।
परिजन लगा रहे हत्या का आरोप महिला की मौत के बाद पुलिस ने मामले की सही ढंग से जांच शुरू नहीं की थी। मृतका के परिजन हत्या होने का आरोप लगाते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। शुक्रवार को मृतका के परिजनों के मोहल्ले वाले बीएसयूपी कॉलोनी से पैदल निकले। नारे लिखे तख्ती लेकर सभी पंडरी थाना पहुंचे। न्याय की मांग करते हुए जमकर नारेबाजी की। इसके बाद चक्काजाम करने लगे।
पुलिस अधिकारियों ने लोगों को समझाया और निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया। इसके बाद लोग शांत हुए। प्रदर्शनकारी करीब डेढ़ घंटे तक (crime news) थाने के सामने नारेबाजी करते रहे। इसमें भाजपा नेता और कार्यकर्ता भी शामिल थे।
पुलिस ने शुरू कीपूछताछ लोगों के प्रदर्शन को देखते हुए क्राइम डीएसपी सहित एसीसीयू की एक टीम पाम बेलाजियो पहुंची। सिद्धार्थ और उनके घर के सदस्यों के बयान दर्ज किए गए। घटना स्थल का निरीक्षण किया। मामले में अभी तक मृतका का पीएम रिपोर्ट नहीं आया है।
सोसाइटी में पहले भी हो चुकी है घटना पाम बेलाजियो में पहले भी एक नाबालिग की इसी तरह संदिग्ध मौत हो गई थी। आज तक उस मामले की जानकारी पुलिस को नहीं मिली है। पुलिस ने भी वहां कोई तस्दीक नहीं की। करीब 15 साल के नाबालिग की रहस्यमय ढंग से टेरिस से गिरकर मौत हो गई थी। परिजनों (raipur crime) ने घटना की जानकारी पुलिस को नहीं दी। पुलिस ने भी अपनी ओर से जांच करने की पहल नहीं की।
युवती की मौत पर उच्च स्तरीय जांच की मांग जकांछ के मुख्य प्रवक्ता भगवानू नायक ने राजधानी की पॉश सोसायटी पाम बेलोजियो में संदिग्ध परिस्थिति में हुई 24 वर्षीय युवती की मौत पर उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। उन्होंने कहा, यह कोई दुर्घटना नहीं, बल्कि सोची समझी साजिश और एक हत्या है। घटना के 4 दिन बाद भी पुलिस अपराधियों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर जेल भेजा जाना चाहिए।
जांच जारी मामले की जांच एसीसीयू कर रही है। मृतका के परिजनों ने जो आरोप लगाए हैं, उसकी जांच की जा रही है।
– मनोज ध्रुव, सीएसपी, सिविल लाइन, रायपुर