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यह इसलिए संभव हो पाया, क्योंकि राज्य ने कोरोना पर नियंत्रण पाने के लिए कई बड़े फैसले लिए। बीते डेढ़ महीने से प्रदेश Lockdown के साये में रहा, 30 मई तक कुछ छूट के साथ सख्ती बरकरार रहेगी। मई के 15 दिन इसलिए भी अहम हैं, क्योंकि 1 मई को 15,902 मरीज रिपोर्ट हुए, लेकिन हफ्ते पूरा होते-होते 8 मई को आंकड़ा 12,239 पर आ गया। 9 मई से लगे दूसरे हफ्ते की शुरुआत 9,120 मरीजों के रिपोर्ट होने से हुई और 15 मई को संक्रमित मरीजों की संख्या 7,664 पर ठहरी। पूरे लॉकडाउन में लोगों ने भी संयम रखा। जिसे आगे भी बनाए रखने की जरुरत है।
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न भूलें कोरोना जिंदा है
विशेषज्ञों-डॉक्टरों का कहना है कि यह कोरोना है, जो कभी भी पलटवार कर सकता है। यह नहीं भूलना चाहिए कि वायरस समुदाय में है। रोजाना 7 हजार मरीज रिपोर्ट हो रहे हैं। लड़ाई लंबी चलनी है। इसलिए नियमों का पालन करते रहें।3 संकेत, जो बताते हैं कि हालात काबू में आ रहे हैं
बेड की उपलब्धता- स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट के मुताबिक राज्य में 11,703 ऑक्सीजनयुक्त बेड हैं। जिनमें से 6,937 बेड खाली हैं। 2,331 आईसीयू बेड में से 927 और 1,091 वेंटिलेटर बेड में से 335 खाली हैं। जबकि अप्रैल में हालात यह थे कि एक भी बेड खाली नहीं थे। मरीजों को अस्पताल लेने से मना कर रहे थे।यह भी पढ़ें: AIIMS का दावा- एक संक्रमित से किसी अन्य स्वस्थ व्यक्ति में नहीं फैलता ब्लैक फंगस
आंकड़ों के जरिए समझें, कैसे 2 हफ्ते में बदले हालात
पहला हफ्ता, 1 से 8 मई
कुल संक्रमित- 86,257, स्वस्थ हुए- 95,608, मौतें- 1,801
दूसरा हफ्ता, 9 से 15 मई
कुल संक्रमित- 65,233, स्वस्थ हुए- 81,135, मौतें- 1209
शीर्ष 10 राज्यों की सूची जहां सर्वाधिक एक्टिव मरीज
राज्य- एक्टिव मरीज
कर्नाटक- 6,05,494
महाराष्ट्र- 4,94,032
केरल- 4,45,333
राजस्थान- 2,08,688
तमिलनाडु- 2,07,789
आंध्रप्रदेश- 2,07,467
उत्तरप्रदेश- 1,77,643
पश्चिम बंगाल- 1,31,948
गुजरात- 1,11,263
छत्तीसगढ़- 1,10,401
(नोट- 16 मई की रिपोर्ट आंकड़ों के मुताबिक)