नक्सल ऑपरेशन से जुडे़ अधिकारियों ने बताया कि एसआईबी और आईबी के इनपुट के आधार पर पिछले दिनों बीजापुर में अभियान चलाया गया था। दो दिनों तक चली मुठभेड़ के दौरान 13 नक्सलियों को मार गिराया। वहीं फोर्स के जवानों को नुकसान भी नहीं हुआ। बता दें कि लोकसभा चुनाव के लिए 40 कंपनियों को सुरक्षा के लिए तैनात किया गया है। इसमें से करीब 25 कंपनी नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तैनात की गई है।
नक्सली हमले की आशंका को देखते हुए वीआईपी सुरक्षा और फोर्स का मूवमेंट कराने एडीजी स्तर के अधिकारियों को सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है। चुनाव आयोग ने एडीजी इंटेलिजेंस अमित कुमार को नोडल सुरक्षा अधिकारी नियुक्त किया है। वहीं, राज्य पुलिस की जिम्मेदारी एडीजी नक्सल ऑपरेशन विवेकानंद सिन्हा और सीआरपीएफ के आईजी साकेत रंजन को केंद्रीय फोर्स का प्रमुख बनाया गया है। उनके निर्देश पर चुनाव प्रचार के दौरान जनप्रतिनिधियों को सुरक्षा घेरा उपलब्ध कराया जाएगा।
नक्सलियों पर नजर रखने अत्याधुनिक संयुक्त कमांड सेंटर बनाया गया है। जहां 24 घंटे टीम को तैनात किया गया है। इन सूचनाओं का वेरिफिकेशन करने के बाद इसकी रिपोर्ट फोर्स के अधिकारियों के साथ साझा किया जा रहा है। इसके आधार पर राज्य पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स संयुक्त रूप से काम कर रहे है। बताया जाता है कि फोर्स के जवानों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए सतर्कता के साथ योजना बनाई जा रही है।
प्रभावित इलाकों में लगाए गए विस्फोटक को निकालने के लिए बीडीएस, डाॅग स्क्वायड की स्पेशल टीम बनाई गई है। उन्हे रोड ओपनिंग के दौरान सड़कों और उसके आसपास के इलाकों को जांच करने कहा गया है। बताया जाता है कि फोर्स के सुरक्षित आवागमन और विभिन्न निर्माण कार्यो को शुरू करने से पहले तलाशी अभियान चलाने के निर्देश दिए गए है।
इंटेलिजेंस की टीम गोपनीय जानकारी जुटाने में जुटी हुई है। उनके इनपुट के आधार पर सुरक्षित रूप से फोर्स का मूवमेंट कराया जा रहा है। खुफिया इनपुट के आधार पर बीजापुर में नक्सलियों के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन में सफलता मिली।