यह भी पढ़ें :
आंबेडकर अस्पताल में पहली बार ऐसी सर्जरी, दिल की सालों पुरानी बिमारी का मिनटों में किया ऑपरेशन Raipur AIIMS Hospital : मिली जानकारी के मुताबिक फिलहाल एम्स के चर्म रोग विभाग में हर महीने 40 से 50 कुष्ठ रोगी इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। इन मरीजों की जांच के बाद निशुल्क एमडीटी दी जाती है। रोगी को उपचार के साथ इनके परिजनों का भी कुष्ठ रोग के लिए परीक्षण और रिएक्शन का इलाज दिया जाता है। गंभीर कुष्ठ मरीजों को उपचार के साथ विकलांगता निवारण के लिए हड्डी रोग विभाग, पीएमआर और फिजियोथैरेपी विभाग के साथ मिलकर विशेषज्ञ उपचार दिया जाता है।
यह भी पढ़ें :
यात्रीगण ध्यान दें.. गोंदिया-बरौनी एक्सप्रेस का बदला मार्ग, अब इन स्टेशनों से होकर गुजरेगी ट्रेन, जानें रुट Raipur AIIMS Hospital : रोगियों को त्वरित राहत देने और छत्तीसगढ़ में मिल रहे रोगियों पर शोध और अनुसंधान के लिए डेटा एकत्रित करने के उद्देश्य से अब चर्म रोग विभाग में प्रत्येक गुरुवार को दोपहर 2.30 से 4.30 बजे तक विशेष क्लीनिक संचालित होगी। इसके लिए दोपहर 1.30 से 3.30 बजे तक पंजीकरण कराया जा सकेगा।
यह भी पढ़ें :
PRSU के रिक्त सीटों में प्रवेश प्रारंभ, स्पॉट काउंसिलिंग से होगा एडमिशन, जानें पूरी प्रक्रिया Raipur AIIMS Hospital : चर्म रोग विभाग की सह-प्राध्यापक डॉ. नम्रता छाबड़ा शर्मा के अनुसार यदि सही समय पर कुष्ठ रोग का इलाज शुरू कर दिया जाए तो इससे पूर्णत: मुक्ति संभव है। कुष्ठ रोगी ठीक होने के बाद सामान्य जीवन यापन कर सकते हैं। कुष्ठ रोग के प्रमुख लक्षणों में त्वचा पर हल्के रंग के सुन्न दाग, हाथ-पैरों में ठंडा-गर्म महसूस न होना या कमजोरी आना प्रमुख हैं।