आसपास के लोगों ने बताया कि यहां साथ पूजा करने से पत्नी – पत्नी के रिश्ते में कोई बाधा नहीं आती। उनका शादीशुदा जीवन सरलता से चलता है। जाता जबकि देश के सबसे प्राचीन शनि मंदिरों में से एक शनि शिंगणापुर में भी पहले महिलाओं का प्रवेश वर्जित था। हालांकि, अब वहां महिलाओं को भी पूजा करने का अधिकार मिल गया है।