स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि शहरी व ग्रामीणों क्षेत्रों में मिलने वाले मरीजों के आधार पर रेकॉर्ड नहीं बनाया जाता है, लेकिन इस बार कुल संक्रमितों में 25 से 30 फीसदी गांवों से आ रहे हैं। ग्राम पंचायतों में क्वारंटाइन सेंटर बनाने का निर्देश दिया गया है।
सरपंच और कोटवारों को दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों के निगरानी की जिम्मेदारी दी गई है। रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, राजनांदगांव आदि बड़े जिलों में एक्टिव मरीजों की संख्या कम हो रही है, जबकि रागयढ़, जांजगीर-चांपा, मुंगेली, पेंड्रा, बलरामपुर, जशपुर आदि छोटे जिलों में सख्या बढ़ी है।
रायपुर जिले की ही बात करें तो ग्रामीण क्षेत्रों में 15 दिनों के भीतर ही संक्रमण दर दोगुनी हो गई है। स्वास्थ्य विभाग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, रायपुर शहरी में 1 से 10 अप्रैल के बीच 18018, जबकि अभनुपर, तिल्दा, धरसींवा और बीरगांव विकासखंडों में 3971 नए केस मिले थे। वहीं, 15 से 25 अप्रैल के बीच शहर में 18615 तथा विकासखंडों में 7342 कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई है।
गांवों तक वायरस पहुंचने के कारण
1. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि मध्यप्रदेश, ओडिशा, महाराष्ट्र और ओडिशा से अपना प्रदेश सटा हुआ है। महाराष्ट्र के विभिन्न शहरों में यहां के लोग रहते हैं। होली में काफी संख्या में सीमा से सटे राज्यों से लोग आए थे, जिनके साथ कोरोन भी आया। पहली लहर के दौरान गांव के बाहर ही दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को रोक दिया जाता था। स्कूल व अन्य भवनों में 10 दिन रखने बाद ही गांव व घर में प्रवेश होने दिया जाता था, जो इस बार देखने को नहीं मिला है।
2. शहर के आसपास की फैक्ट्रियों में बड़ी संख्या में गांव के लोग काम करते हैं। दूसरी लहर में शहरी क्षेत्र के लोग ज्यादा संक्रमित हुए हैं, जिनके संपर्क में आकर ग्रामीणों में भी वायरस फैला है। गांवों में जस गीत, सेवा भजन, झांकी प्रतियोगिता और मेले तक लगे हैं, जिसकी वजह से वायरस तेजी से फैला है।
स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता डॉ. सुभाष मिश्रा ने कहा, ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों का अलग-अलग रेकॉर्ड नही रखा जाता है। बड़े जिलों में एक्टिव मरीज कम हुए है जबकि छोटे में बढ़े हैं। ग्राम पंचायतों में क्वारंटाइन सेंटर बनाने तथा दूसरे राज्यों से आने वालों की निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं।
सीएमएचओ डॉ. मीरा बघेल ने कहा, ग्रामीण क्षेत्रों में पहली लहर के अपेक्षा दूसरी में ज्यादा संक्रमित मिले हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना की पहचान के लिए सैंपल जांच की संख्या बढ़ाई जा रही है। ग्रामीण को भी जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है।
रायपुर जिले के विकासंखडों की स्थिति
1-10 अप्रैल 15 से 25 अप्रैल
शहरी- 18018 18615
अभनपुर- 932 2243
आरंग-553 1096
तिल्दा- 1133 1688
धरसींवा- 873 1602
बीरगांव-480 713