लोटस सट्टा ऐप का प्रमुख संचालक गिरीश के होने की जानकारी मिली है। इस सिंडीकेट से जुडे़ लोगों की तलाश करने के लिए इस समय 5 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। बताया जाता है कि जल्दी ही इन सभी को रायपुर के विशेष कोर्ट में पेश किया जाएगा। ईडी के अधिवक्ता सौरभ पांडेय ने बताया कि गिरफ्तार किए गए गिरीश तलरेजा से मिले इनपुट के आधार पर 3 फरवरी को पुणे में छापे की कार्रवाई की गई।
महादेव सट्टा ऐप खिलाने वाले भोपाल के गिरीश तलरेजा और कोलकाता के सूरज चोखानी को 7 दिन की रिमांड पर लेकर ईडी पूछताछ कर रही है। बताया जाता है कि दोनों से मिले इनपुट के आधार बिलासपुर में एक कारोबारी के ठिकाने पर ईडी की टीम तलाशी लेने के लिए गई थी। इस दौरान दस्तावेजों को जांच के लिए जब्त करने की जानकारी मिली है। बता दें कि गिरीश और सूरज से पूछताछ करने के बाद 11 फरवरी को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
आईपीएल मैच के दौरान सट्टा खिलाने वाले गिरीश तलरेजा को 2019 में मुंबई एयरपोर्ट में गिरफ्तार किया गया था। वहीं हवाला ऑपरेटर के रूप में पहचाने गए हरि शंकर टिबरेवाल मूल रूप से कोलकाता का है। लेकिन दुबई में रहता है। टिबरेवाल ने कथित तौर पर महादेव बुक ऐप के प्रमोटरों के साथ साझेदारी और सट्टेबाजी ऐप स्काई एक्सचेंज का संचालन करने की जानकारी मिली है। गिरफ्तार किए गए आरोपी सूरज चोखानी द्वारा भारत में स्काई एक्सचेंज का कामकाज देखने के इनपुट मिले है। इसी तरह गिरीश तलरेजा महादेव बुक सट्टा ऐप के सहायक लोटस 365 नाम से एक कथित सट्टेबाजी ऐप का संचालन करता है। सट्टा ऐप और मनीलॉन्डि्ग से जुडे़ भोपाल के महादेव ऐप के प्रमोटर्स शुभम सोनी और रतनलाल जैन के साथ भी कनेक्शन मिले है। इसके संबंध में जांच की जा रही है।
ईडी को जांच के दौरान सूरज चोखानी द्वारा सट्टे की कमाई को शेयर बाजार में लगाने की जानकारी मिली है। यह रकम टिबरेवाल द्वारा विदेशी पोर्टफोलियो निवेश (एफपीआई) के जरिए अपनी दुबई स्थित संस्थाओं से भारतीय शेयर बाजार में लगाया जा रहा था। बता दें कि पीएमएलए के तहत टिबरेवाल की 580.78 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई है। एजेंसी ने तलाशी के दौरान 1.86 करोड़ कैश और 1.78 करोड़ का कीमती सामान भी बरामद किया था।