BREAKING: टूर एंड ट्रेवल्स संचालक के ठिकानों पर ED की दबिश, जुआ खिलाने ले जाता था विदेश
बैठक में चर्चा के दौरान यात्री सुविधा को लेकर रेल के विकास संचालन रेलवे स्टॉपेज की संभावना तलाशी गई है साथ ही कई प्रस्ताव रखे गए हैं, जिसमे सौ बेड वाले हॉस्पिटल शामिल है। इस पर रेलवे (Railway Officers) ने हामी भरी है।सांसद मोहन मण्डावी का कहना है बस्तर में रेल संचालन की माँग को लेकर सभी सांसदों ने रेल प्रबंधन से चर्चा की। रेल प्रबंधन ने इस पर हामी भरने के साथ बहुत ही जल्द रेल यात्रा को लेकर रणनीति बनाई जानें की बात कही है।भाई के घर जाने के लिए निकली थी महिला, दो दिन बाद पड़ोसी के ही बाड़ी में बने कुएं में मिली लाश
बैठक के दौरान कांकेर सांसद ने बताया की बस्तर के आज भी 80 प्रतिशत लोगों ने रेल नहीं देखा है और जो अधिकारी नक्सली उत्पात की बात करते हैं, ये बिलकुल अफ़वाह है। सांसद छाया वर्मा ने कहा कि जो केंद्र सरकार ने रेल में चना-फल्ली बेचने वालों पर रोक लगाने का फैसला लिया है।इस फैसले से छत्तीसगढ़ में बहुत सारे लोग बेरोज़गार हो जाएंगे। इस पर रेल अधिकारियों से चर्चा हुई जिसमे जो बेचने वाले लोग हैं उन्हें रेलवे की तरफ़ से एक कार्ड दिया जाने का हल सामने आया।रेलवे महाप्रबंधक ने बताया कि मीटिंग में कई अहम प्रस्तावों पर चर्चा हुई है।वहीं परियोजनाओं में कैसे तेज़ी के कार्य किया जाए इस पर रणनीति बनाई गई है।अगर आप भी फेसबुक में विदेशियों से करतें हैं चैटिंग तो रहे सावधान, वरना भुगतना पड़ सकता बड़ा अंजाम
आपको बता दें भारतीय रेल अब तक छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र दल्लीराझरा – रावघाट – जगदलपुर तक लाइन बीछा चुकी है।लेकिन समय – समय पर नक्सलियों द्वारा मचाएं जाने वाले उत्पात और कभी प्रशासनिक बाधाओं के कारण आज तक बस्तर के कई प्रतिशत लोग रेल ही नहीं देख पाएं हैं। यदि बैठक में हुए मांगों पर रेलवे प्रशासन गंभीरता से कार्य करेगी तो जल्द ही छत्तीसगढ़ के लोगों को भारतीय रेलवे के नए सौगात मिल सकते हैं।Click & Read More Chhattisgarh News.