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रायपुर में 20 किमी नई रेल लाइन तैयार की गई है। इस पर ट्रेन रुकने के लिए पांच स्टेशनों में से अभी केवल तीन स्टेशन ही बन पाए हैं। दो अधूरे हैं। इस नई लाइन का रेलवे सेफ्टी विभाग से ट्रायल भी हो चुका है। इसी आधार पर ट्रेन चलाने की मंजूरी रेलवे बोर्ड से मिली है। रेल अफसरों के अनुसार अभी केवल आठ कोच की मेमू ट्रेन ही चलाने की तैयारी है, जो सुबह जाएगी और शाम को अभनपुर से वापस लौटेगी।
तकनीकी खामियां दूर होने पर ही चलेगी
रेल अफसरों के अनुसार संरक्षा और सुरक्षा सबसे अहम है। नई लाइन का मुख्य ट्रायल छह महीने पहले ही पूरा हो चुका है। परंतु अभी रेलवे स्टेशनों, यार्ड में यात्री सुरक्षा के लिहाज से जब तक तकनीकी खामियां पूरी तरह से दूर नहीं कर ली जाती है, तब तक ट्रेन चलाना ठीक नहीं है।
रेलवे अपने सभी तकनीकी पैमाने पर जांचने के बाद ही ट्रेन चलाएगा। मेमू ट्रेन ट्रायल विभागीय मामला है। इस माध्यम से रेल परिचालन की पूरी टीम तकनीकी पैमाने को एक साथ परखेगी।
ट्रेन सेवा शुरू होने से बढ़ेगी बसाहट
नवा रायपुर में मुख्यमंत्री समेत मंत्रिमंडल के सदस्य अब अपने नए बंगले में प्रवेश करने की प्रक्रिया पूरी कर रहे हैं। सबसे पहले कैबिनेट मंत्री राम विचार नेताम ने अपने नए बंगले में प्रवेश किया, परंतु अभी शिफ्ट नहीं हुए। मुख्यमंत्री निवास में भी प्रवेश पूजा हो चुकी है। मंत्रालय और संचालनायल के आला अफसरों के बंगले भी लगभग तैयार होने के कगार पर पहुंचा है। जैसे ही रायपुर से वीआईपी शिफि्टंग नवा रायपुर में हो जाएगी और ट्रेन सेवा भी शुरू होगी तो नवा रायपुर में आवाजाही के साथ ही बसाहट भी तेजी से बढ़ेगी। क्योंकि अभी हर सेक्टर में सन्नाटा है। रेलवे सीनियर डीसीएम अवधेश त्रिवेदी बताया ट्रायल ट्रेन चलाना रेलवे की विभागीय प्रक्रिया है, जिसे स्थगित किया है। नवा रायपुर के बीच ट्रेन चलाने की तैयार चल रही है। तकनीकी रूप से हरी झंडी मिलते ही ट्रेन सेवा जल्द शुरू कर दी जाएगी।