खास बात यह कि इसे सुनने वाले ( CG Song ) सात समंदर पार अमरीका, जर्मनी और कनाडा में भी हैं। गूगल प्ले के अलावा कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्लेटफॉर्म पर इसे सुना जा रहा है। आज रेडियो श्रोता दिवस ( Radio Listener Day 2024) है। इस मौके पर हमने रेडियो संगवारी के फाउंडर राहुल शर्मा और को-फाउंडर हेमंत सिरमौर से खास बात की। बता दें कि श्रोता दिवस की शुरुआत रायपुर से की गई जो अब दूसरे राज्यों में भी मनाया जाता है।
CG Song: डिजिटल रेडियो का कॉन्सेप्ट आया कहां से?
- अन्य प्रदेश की पारंपरिक गीत संगीत वहां के रेडियो स्टेशन में सुनते थे। तब मन मे कसक होती थी कि काश हमारे प्रदेश में भी कोई छत्तीसगढ़ी रेडियो स्टेशन होता, जहां लोग छत्तीसगढ़ी भाषा में पारंपरिक लोकगीत -संगीत को सुन पाते। इसी विचार के साथ रेडियो संगवारी को शुरुआत की गई।
आपका स्टेशन कहां-कहां सुना जा रहा है ?
- पहले हमारे श्रोता केवल वेबसाइट और मोबाइल एप्लीकेशन से ही सुन पा रहे थे लेकिन अब इसे 10 अंतराष्ट्रीय रेडियो प्लेटफॉर्म में भी लॉन्च किया गया है। भारत के बाद सबसे ज्यादा हमें अमरीका, जर्मनी और कनाडा में सुना जा रहा है।
क्या इस तरह के चैनल के लिए कोई खास सेटअप की जरूरत होती है या सोफ्टवेयर से ही काम चल जाता है ?
- डिजिटल रेडियो को सॉफ्टवेयर बेस्ड एप्लीकेशन से मैनेज किया जाता है। इसके लिए हमारे डेवलपर टीम ने ऑनलाइन सॉफ्टवेयर बनाया है जिसमें गाने के ट्रैक्स को अपलोड किया जाता है और एक स्ट्रीमिंग लिंक जनरेट होता है। उस स्ट्रीमिंग लिंक को विभिन्न रेडियो प्लेटफॉर्म में सेट कर दिया जाता है।
गाने किनसे मांगते हैं?
- हमारी म्यूजिक कंपनी और छत्तीसगढ़ी कलाकारों से निरंतर संपर्क में रहती है और उन्हें हमारे कॉन्सेप्ट के बारे में बताती है। कई म्यूजिक कंपनी हमें बिना शर्त अपने गाने चलाने का अनुमति दे देती है। उन्हीं के गाने हमारे रेडियो में चलते है। हमारे पास 4000 गानों का बैंक है।