स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, गर्भवती महिलाएं गर्भावस्था के किसी भी स्टेज पर वैक्सीन ले सकती हैं. सरकार ने शुक्रवार को इसके साथ-साथ यह भी बताया कि कोरोना वैक्सीन मौत से 98 पर्सेंट तक बचाव करती है.
वहीं, दूसीर तरफ सरकार ने टीकाकरण और कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करने पर जोर देते हुए कहा कि महामारी की दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है, इसलिए लापरवाही नहीं बरतें. महामारी की स्थिति पर संवाददाता सम्मेलन में एक अधिकारी ने कहा कि लोग अपने सुरक्षा उपायों को कम नहीं कर सकते और न ही करना चाहिए. सरकार ने कहा कि देश के 71 जिलों में 23 से 29 जून के सप्ताह में कोविड-19 की संक्रमण दर 10 प्रतिशत से अधिक थी. साथ ही कहा कि महामारी की दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है.
सरकार ने कहा कि देश में 21 जून से औसतन 50 लाख लोगों को टीके की रोज खुराक दी जा रही है जो कि दैनिक तौर पर नार्वे की समूची आबादी के टीकाकरण के समान है. सरकार ने कहा कि 16 जनवरी को अभियान शुरू होने के बाद से अब तक 34 करोड़ लोगों – अमेरिका की पूरी आबादी के बराबर, को कोविड-19 टीके की कम से कम एक खुराक दी जा चुकी है. उसने कहा कि देश में करीब 80 प्रतिशत स्वास्थ्यकर्मी, अग्रिम मोर्चे के 90 प्रतिशत कर्मी कोविड-19 रोधी टीके की दोनों खुराकें ले चुके हैं.
भारत में शुक्रवार को एक दिन में कोविड-19 के 46,617 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,04,58,251 हो गई। वहीं, मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 97 प्रतिशत के पार चली गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार देश में संक्रमण से 853 और लोगों की मौत के बाद, इस वैश्विक महामारी की वजह से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 4,00,312 हो गई है.