निर्देश जारी करने के आधार अवर सचिव ने संभाग कमिश्नरों की रिपोर्ट और मीडिया में प्रकाशित खबरों को बताया है। आपको बता दें, कि इससे पहले भी अवर सचिव इसी मामले में 11 अफसरों को निलंबित कर चुके हैं। अफसरों पर निलंबन की कार्रवाई संभाग कमिश्नरों के जांच रिपोर्ट के आधार पर हुई थी।
इन जिलों के इतने अफसरों पर गिरी गाज CG Teacher Posting Scam: सहायक शिक्षक से शिक्षक पद पर पदोन्नति से पूर्व प्रदेश के पांच संभागों से 9749 शिक्षकों ने काउंसिलिंग के लिए आवेदन फार्म भरा था। इस प्रक्रिया के बाद अलग-अलग संभागों में शिक्षकों की सहमति के बाद पदोन्नति की आदेश जारी किया गया और शिक्षकों को ज्वाइन करने का निर्देश दिया गया।
विभागीय अधिकारियों के निर्देश के बाद कई शिक्षकों ने ज्वाइन कर लिया। लेकिन रायपुर संभाग के 543, बिलासपुर संभाग के 799, दुर्ग संभाग के 438, सरगुजा संभाग के 385 और बस्तर संभाग के 558 शिक्षकों ने राजनीतिक रसूख और पैसों का उपयोग करके (CG Teachers posting canceled) अपने आदेश का संशोधन करा लिया।
संशोधन आदेश निकलने के बाद इन्होंने नई जगह ज्वाइनिंग भी कर ली। मामले में मुख्यमंत्री से शिकायत हुई और मीडिया में खबरें प्रकाशित हुई, तो सीएम के निर्देश पर वरिष्ठ अधिकारियों ने जांच बिठा दी। अगस्त माह में पहले ज्वाइंट डायरेक्टर और कमेटी में शामिल सदस्यों पर कार्रवाई हुई। सितंबर माह में संशोधित पोस्टिंग कराने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई की गई है।
10 दिन में ज्वाइन करने का निर्देश अवर सचिव ने संशोधित पोस्टिंग कराने वाले सभी शिक्षकों को 10 दिन के अंदर मूल पदस्थापना स्थान पर ज्वाइन करने का निर्देश दिया है। स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने शिक्षकों के नाम भी सार्वजनिक किए है। संशोधित लिस्ट में शामिल (CG Teachers) शिक्षक 10 दिन के अंदर कार्यभार नहीं ग्रहण करेंगे, तो उनकी पदोन्नति निरस्त करने की बात विभागीय अधिकारियों ने कही है।
संशोधित पोस्टिंग कराने वाले 2723 शिक्षकों की पोस्टिंग को निरस्त किया गया है। 10 दिन के अंदर उन्हें अपने मूल पदस्थापना पर ज्वाइन करना (CG Teacher Posting Scam) होगा। अगर वो समय पर ज्वाइनिंग नहीं देते, तो उनकी पदोन्नति निरस्त मानी जाएगी।