मानसिक परेशानी से गुजर रहे पुलिस जवानों की काउंसिलिंग या उनकी पारिवारिक समस्याओं के निराकरण की ठोस व्यवस्था भी नहीं है। इसके चलते उनकी समस्या बढ़ रही है। यही वजह है कि साइबर सेल के जवान की असमय हार्ट अटैक से मौत, सीएएफ के जवान का खुद को गोली मारना, अमलीडीह में पुलिस जवान की संदिग्ध मौत जैसी घटनाएं सामने आ रही है।
नहीं दे पाते समय कई पुलिस जवान थानों के कामकाज और लॉ एंड आर्डर के चलते अपने रूटीन लाइफ की भी अनदेखी करते हैं। परिवार वालों को भी समय नहीं दे पाते हैं। साथ ही अपने खुद के सेहत पर भी ध्यान नहीं दे पाते हैं। इसके अलावा थानों में ऐसे कई काम होते हैं, जिनसे तनाव हो जाता है। इससे मानसिक रूप से परेशान रहते हैं।
केस – 1. रायपुर साइबर सेल में पदस्थ करीब 40 वर्षीय जवान की 5 दिन पहले हार्टअटैक से मौत हो गई थी। घर में उसकी दो बेटियां हैं। अचानक हुई इस घटना से पूरा परिवार सदमे में हैं। बताया जाता है कि वे फिजिकली फिट रहते थे। इतने कम उम्र में पुलिस जवान की मौत का कारण मानसिक तनाव बताया जा रहा है।
केस – 2. 10 फरवरी को रेलवे स्टेशन रोड स्थित एक मंत्री के बंगले में तैनात सीएएफ के जवान रोहित सलामे ने अपनी सर्विस रायफल से खुद को गोली मार ली थी। बताया जाता है कि उसकी पर्सनल लाइफ में परेशानी चल रही थी। घटना से कुछ दिन पहले लंबी छूटी से लौटा था।
शुरू नहीं हुआ वीकली ऑफ पिछली सरकार की तरह इस सरकार ने भी पुलिस जवानों के लिए साप्ताहिक अवकाश की घोषणा की है, लेकिन अब तक जिले के पुलिस जवानों का इसका लाभ मिलना शुरू नहीं हुआ है। थानों में वीकली ऑफ का रोस्टर भी नहीं बन पाया है। पुलिस जवानों को सप्ताह में एक दिन की छुट्टी देने की लंबे समय से मांग हो रही है, लेकिन अब तक छु्ट्टी की व्यवस्था नहीं हो पाई है।
घर में मिली थी लाश करीब एक माह पहले राजेंद्र नगर इलाके में अमलीडीह के सरकारी मकान में एक पुलिस वाले की लाश मिली थी। इसे भी खुदकुशी माना जा रहा है। मृतक की पत्नी और बच्चे अलग रह रहे थे। दोनों के बीच किसी चीज को लेकर विवाद था। राजेंद्र नगर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
राजधानी में ज्यादा व्यस्तता राज्य की राजधानी होने के कारण रायपुर में वीआईपी मूवमेंट, लॉ एंड ऑर्डर, बड़े कार्यक्रम, क्राइम आदि ज्यादा होते हैं। इस कारण यहां के पुलिस जवानों पुलिस जवानों की ड्यूटी का टाइम बढ़ जाता है। अधिकांश समय उनका थानों और फिल्ड में बीतता है। इस कारण वे अनियमित दिनचर्या का शिकार हो रहे हैं।
पुलिस जवानों की ड्यूटी अलग-अलग शिफ्ट में होती है। साथ ही वीकली ऑफ देने की तैयारी चल रही है। सभी थानेदारों को रोस्टर बनाने के निर्देश दिए गए हैं। रोस्टर बनाने के बाद वीकली ऑफ देने कहा गया है। – संतोष कुमार सिंह, एसपी, रायपुर