Patrika Raksha Kavach Abhiyan: साइबर ठगी मामलों में 2 करोड़ की संपत्ति जब्त
बता दें कि प्रदेश के सभी
पुलिस रेंज में एक-एक साइबर रेंज थाना खोला गया है। यह अच्छी पहल है, लेकिन सुविधाओं और स्टॉफ भी पर्याप्त देना होगा। अन्यथा यह खानापूर्ति साबित होगा। रायपुर में साइबर रेंज थाना शुरू होने का असर दिखने लगा है।
पिछले 4 माह में साइबर ठगी के 37 मामलों के 28 आरोपियों को पकड़ चुके हैं। उनसे 2 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई है। 4 करोड़ होल्ड कराए गए हैं। रायपुर आईजी अमरेश मिश्रा ने ठगी की होल्ड राशि पीड़ितों को लौटाने के लिए रेंज साइबर थाने की टीम को लोक अदालत में जाने के लिए कहा है।
प्रदेश में आईटी एक्ट के तहत दर्ज अपराध
बैंकों का साइबर फ्रॉड पर गंभीर नहीं। बैंकों में साइबर नोडल अधिकारी नहीं होने से पुलिस को समय पर जानकारी नहीं मिल पाती। नोडल साइबर बैंक और पुलिस के बीच सेतु का काम करते हैं।
2024 2022 2023 2021 2020 रायपुर जिले में ही हर साल
साइबर ठगी के जरिए 20 करोड़ से अधिक की चपत लग रही है। इस राशि के वापस मिलने की कोई गारंटी नहीं रहती। बैंक, पुलिस और कोर्ट में अलग-अलग नियम-कायदों के चलते पीड़ितों को राशि वापस नहीं मिल पाती।
होल्ड हुई राशि भी कुछ ही लोगों मिल पाई। रायपुर साइबर सेल अब तक 6,41,94,821 होल्ड कराया है। 10 लाख रुपए ही पीड़ितों को वापस मिल पाए हैं। पीएचक्यू साइबर टीम 22 करोड़ 68 लाख रुपए होल्ड करवा चुकी है।
ऐसे मिल सकती है गंवाई राशि
Patrika Raksha Kavach Abhiyan: फ्रॉड होने के अधिकतम 24 घंटों के अंदर साइबर सेल में सूचना देने से मिल सकती है गंवाई गई राशि सितंबर 2019 से 17 नवंबर 2024 तक एनसीआर पोर्टल पर प्राप्त आंकड़ें
41,293 5,182 4,843 1,647 1,597 671 76 70