क्या आपको मालूम है.. झंडा फहराने के ये तीन अंतर, पूछे जाते हैं एग्जाम में ऐसे सवाल
मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।पुलिस के मुताबिक डीडीनगर के शहनाई गार्डन के पीछे पेइंग गेस्ट में रहने वाली संध्या सुरेश गेडाम (25) एनआईटी की रिसर्च स्कॉलर थीं। बुधवार को सुबह करीब 11 उन्होंने अपने नागपुर के इंजीनियर दोस्त आशुतोष को कॉल किया और रायपुर आने के लिए कहा। उसने इनकार कर दिया। इससे दुखी होकर संध्या ने सिलिंग फेन में चुनरी का फंदा बनाया और अपने गले में डाल लिया। इसके बाद आशुतोष को वीडियो कॉल किया और फांसी लगाने की जानकारी देते हुए फिर बुलाया। आशुतोष समझाने की कोशिश करने लगा। इतने में संध्या ने मोबाइल बंद कर दिया और फंदे पर झूल गई।अजीत जोगी ने खोली PCC Chief मोहन मरकाम की पोल, टिकट के लिए जोगी के सामने होते थे साष्टांग
दूसरी ओर अनहोनी की आशंका से आशुतोष घबरा गया और संध्या के आसपास रहने वाले उसके दोस्तों को फोन करके घटना की जानकारी दी। दोस्तों ने कॉलेज को जानकारी दी। इसके बाद संध्या के कमरे में पहुंचे। उनका दरवाजा भीतर से बंद था। दरवाजा तोडकऱ भीतर घुसे, तो संध्या फांसी के फंदे पर लटकते हुए मिली। उसे तत्काल नीचे उतारा गया।आंखों के सामने बाढ़ में बह गया मासूम दोस्त, देखते देखते हो गया गायब, अभी तक नहीं..
बताया जाता है कि उस समय उसकी सांसे चल रही थी। छात्रा को तत्काल आंबेडकर अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शव को पोस्टमार्टम के लिए मरच्यूरी में रखवा दिया गया। मृतका मूलत: नागपुर की रहने वाली थी।घटना की सूचना मिलने के बाद गुरुवार को परिजन रायपुर पहुंचे।पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।नाबालिग एक साल से बना रही थी शारीरिक संबंध, अचानक बिगड़ी तबियत, जांच रिपोर्ट सामने आई तो…
पुलिस का दावा, कॉलेज फ्रेंड से की बातमामले की जांच कर रहे डीडीनगर थाने के एसआई सोमित्री भोई ने बताया कि छात्रा की खुदकुशी की गुरुवार को शाम 4 बजे मिली थी। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि खुदकुशी से पहले संध्या ने नागपुर के आशुतोष से वीडियो कॉलिंग पर बातचीत की है। वह उसे रायपुर बुला रही थी। आशुतोष और संध्या नागपुर में एक साथ इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुके हैं।
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तनाव में रहती थी छात्रापुलिस के दावों के अलावा आसपास के छात्र-छात्राओं का कहना है कि संध्या पढ़ाई को लेकर काफी दबाव में थी। इसके चलते वह तनाव में रहती थी। आशुतोष से भी इसी बात को लेकर चर्चा करती रहती थी। उल्लेखनीय है कि संध्या पिछले एक साल से रायपुर में रहकर केमिकल इंजीनियरिंग में रिसर्च कर रही थी। शुक्रवार की छात्रा की मौत पर एनआईटी में शोकसभा का आयोजन किया गया।