ज्यादा रोजगार, ज्यादा छूट
मुख्यमंत्री ने कहा, प्रदेश के युवाओं को स्थानीय उद्योगों में रोजगार उपलब्ध कराने में प्रशिक्षण की समस्या को दूर करने का प्रयास किया गया है। इससे भी आगे बढ़कर हमने निर्णय लिया है कि यदि कोई उद्योग एक हजार से अधिक युवाओं को रोजगार देता है तो हम उसे बी-स्पोक पॉलिसी के तहत और अधिक रियायतें देंगे।
पर्यटन और हैल्थ हब पर भी फोकस
सीएम ने कहा, हमने पहली बार इस नीति के माध्यम से राज्य में पर्यटन एवं स्वास्थ्य जैसी सुविधाओं में निवेश को भी प्रोत्साहित करने का निर्णय लिया है। इससे हमारे राज्य में
पर्यटन भी एक उद्योग की तरह विकसित होगा। राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास में किए जाने वाले निवेश को भी उद्योगों की तरह ही तमाम छूट एवं रियायतें पहली बार दी जाएंगी।
एसटी-एससी वर्ग के उद्यमियों को 1 रुपए प्रति एकड़ में जमीन
सीएम ने बताया कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति वर्ग के युवाओं को स्वयं का रोजगार उपलब्ध कराने के लिए भी कटिबद्ध हैं। इसके लिए हम इन वर्गों के उद्यमियों को मात्र 1 रुपए प्रति एकड़ की दर पर औद्योगिक क्षेत्रों में भूमि दे रहे हैं।
समस्या दूर करने चीफ सेक्रेटरी की अध्यक्षता में बनेगी कमेटी
सीएम ने उद्योगों से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए निराकरण प्रणाली विकसित करेंगे। इसमें हम 7 दिनों में समस्या निराकरण की जिम्मेदारी लेंगे और जिसे चीफ सेक्रेटरी की अध्यक्षता वाली उच्च स्तरीय समिति हर 15 दिन में समीक्षा करेगी। उद्योग विभाग द्वारा सब्सिडी जारी करने के लिए अधिकतम 3 और अधिकतम 7 दिनों की समय सीमा तय की जाएगी।