अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि आज के समय में व्हाट्सएप्प के द्वारा गतल सूचनाओं के प्रवाह पर चिंता व्यक्त की। ऐसी सूचनाएं पढ़ते समय हमें इसकी सत्यता की जांच अपने स्तर पर भी जरुर करनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि वर्तमान पीढ़ी को इतिहास से सीख कर देश को कैसे आगे बढ़ाने पर विचार करना चाहिए।
किदवई के साथ इस किताब पर परिचर्चा भी हुई, जिसमें आजादी से लेकर अब तक के सभी प्रधानमंत्रियों और उनके कार्यकाल के बारे में चर्चा की गई। इस दौरान लेखक रशीद किदवई ने बताया, इस किताब को लिखने के पीछे उनकी मंशा यह थी कि सभी प्रधानमंत्रियों के कार्यकाल में हुए राजनीतिक फैसलों का जनता पर क्या असर हुआ, इसे जनता के सामने प्रस्तुत किया जाए। इस चर्चा को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्रियों के कार्यकाल को सिर्फ गलत ठहराना सही नहीं है, सभी के योगदान का अपना महत्त्व है। सभी ने समर्पण के साथ देश को आगे बढ़ाने का कार्य किया है।