Nautapa 2024: मौसम अपने साथ लेकर आता है कई बीमारियां
गर्मी का मौसम अपने साथ कई बीमारियां साथ लेकर आता है, जिससे हर आयु वर्ग के व्यक्ति को सावधान रहना चाहिए। इनमें हीट स्ट्रोक व फूड पॉइजनिंग सबसे मुख्य हैं। लापरवाही बरतने पर मरीज की जान को जोखिम भी है। राज्य स्वास्थ्य विभाग ने भी अपनी एडवाइजरी में लोगों से अपील की है कि वे ’’गर्मी से बचाव के सभी उपाय अपनाएं। बीमारी होने पर लापरवाह न बनें और चिकित्सक से परामर्श जरूर लें।
सावधान रहना बेहद जरूरी
गर्मी के मौसम में लू के अलावा और कई बीमारियां जिनसे लोगों को खतरा है। सिर्फ सावधानी ही हमें इनसे बचा सकती है। सीएमएचओ डॉ. चतुर्वेदी मीजल्स-रूबेला भी गर्मी के मौसम में होने वाली बीमारी है। तेज बुखार, खांसी के साथ कफ आना, गले में दर्द, आंखों में जलन और शरीर पर सफेद दाने निकलना, रोग के लक्षण हैं। बचाव के लिए एमएमआर का टीका लगवाएं। बच्चों को यह टीका सरकारी अस्पताल में नि:शुल्क लगता है। गर्मी के मौसम में टाइफाइड बुखार भी लोगों को खूब सताता है। यह साल्मोनेला एन्टेरिका सेरोटाइप टाइफी बैक्टीरिया से होने वाला रोग है।
- गर्मियों के दिनों में हल्का भोजन करें।
- पूरी बांह के कपड़े पहनें और नंगे पैर बाहर ना निकलें।
- हल्के रंगों वाले सूती कपड़े पहनें, सिंथेटिक कपड़ों से परहेज करें।
- 4.गर्मी के दिनों में कभी भी खाली पेट घर से बाहर ना निकलें।
- ज्यादा देर तक धूप में रहना हो तो छाते का इस्तेमाल करें।
- अधिक मात्रा में पानी पिएं। बाहर जाते समय पानी की बोतल साथ लेकर जाएं।
- लू लगने की स्थिति या अन्य किसी भी प्रकार के लक्षणों में तत्काल चिकित्सा परामर्श लेना चाहिए।
Nautapa 2024: क्या कहते हैं एक्सपर्ट
मौसमी बीमारियों के मद्देनजर जारी की गई एडवाइजरी में बताया गया कि गर्मी के मौसम में बढ़ती धूप की तपन (लू) से सावधानी और शरीर को मौसमी बीमारी से बचाना जरूरी है। गर्म हवा के थपेड़े यानि लू चलने को हीट स्ट्रोक कहते हैं। चिकित्सीय भाषा में इसे हाइपरथर्मिया कहते हैं। जिस तेजी से तापमान बढ़ रहा है, आगामी माह में लू चल सकती हैं।
प्यास लगना, सिर में तेज दर्द, बुखार, उल्टी, श्वांस तेज चलना, चक्कर आना, कमजोरी महसूस होना, पेशाब कम आना, बेहोश हो जाना इसके लक्षण है। लू के सीधे थपेड़ों से बचें। घर से बाहर निकलने से पहले भरपेट पानी अवश्य पियें। धूप में जाते समय सूती कपड़े पहने और सिर व कान को सूती कपड़े से ढंक कर रखें।
Nautapa 2024: इस तरह की बीमारियां घेरती हैं
तेज बुखार, भूख ना लगना, पेट में तेज दर्द होना व कमजजोरी महसूस होना इसके लक्षण हैं। लक्षण दिखने पर तुरंत इलाज कराएं। चिकनपाक्स बीमारी वैरिकाला जोस्टर वायरस के कारण होती है। यह वायरल संक्रमण है, शरीर पर लाल चकत्ते-दाने निकल आते हैं। यह संक्रामक रोग है, एक से दूसरे व्यक्ति तक पहुंचता है। बेहतर होगा कि इसके मरीज को अलग कमरे में रखें। इस रोग से बच्चों को बचाने के लिए सरकारी अस्पताल में टीका नि:शुल्क लगाया जाता है। इलाज में लापरवाही न करें। इसी तरह पीलिया रोग भी इन दिनों अधिक होता है जो कि दूषित खानपान के कारण होने वाली बीमारी है। आखों, नाखूनों, त्वचा और पेशाब का रंग पीला होना इसके लक्षण हैं। बीमारी से बचाव के लिए लीवर को स्वस्थ रखें। आसानी से पचने वाला भोजन जैसे खिचड़ी, दलिया का सेवन करें।