यह भी पढ़ें: CG News: आंबेडकर अस्पताल में आग लगते ही फायर फाइटिंग का वर्कआर्डर, हर साल खर्च होंगे 24 लाख सीसीयू में गंभीर व अतिगंभीर मरीजों का इलाज किया जाता है। ऐसे में विषम परिस्थितियों के लिए फायर सिस्टम अनिवार्य था। सीसीयू में मेडिकल आईसीयू, एनीस्थीसिया विभाग का क्रिटिकल केयर, सर्जरी विभाग का एसआईसीयू, रेडियो डायग्नोसिस का डीएसए से इलाज वाले मरीजों का आईसीयू व डायलिसिस यूनिट है।
कोरोनाकाल के पहले यह आईसीयू था और यहां हार्ट, किडनी, मेडिसिन, सर्जरी के गंभीर मरीजों को भर्ती किया जाता था। कोरोनाकाल में इसे आइसोलेटेड आईसीयू बनाया गया, जहां केवल कोरोना के गंभीर मरीजों का इलाज किया जाता था। अस्पताल अधीक्षक डॉ. संतोष सोनकर का कहना है कि मरीजों का बेहतर इलाज व उनकी जान की सुरक्षा प्राथमिकता में है। जहां भी फायर फाइटिंग सिस्टम नहीं लगा है, वहां लगाए जाएंगे।