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पुलिस के मुताबिक गाजीपुर का राम विलास चौहान (26) काठाडीह में अपने परिवार के साथ रहता है। उसी के गांव का सुभाष राजभर (21) भी काठाडीह में रहता था। दोनों रावतपुरा कॉलोनी फेस-1 में रूपेंद्र कुमार पाल के मकान में रेलिंग लगाने का काम कर रहे थे। रामविलास को शक था कि सुभाष उसकी पत्नी पर बुरी नजर रखता है। दोनों के बीच संबंध है। इसी के चलते 26 मार्च को उसने सुभाष के सिर में लोहे पाइप से वार करके उसकी हत्या कर दी। इसके बाद शव को गोकुल नगर खार नाले में फेंक दिया। इसके बाद 28 मार्च को टिकरापारा थाना पहुंचा और सुभाष के गुमशुदा होने की शिकायत दर्ज कराई।यह भी पढ़ें: अमित शाह बोले – जवानों का खून व्यर्थ नहीं जाएगा, नक्सलियों के साथ लड़ाई जारी रहेगी
शव मिलने के बाद टूटा, बनाई झूठी कहानी
गुमशुदा रिपोर्ट दर्ज होने के बाद अगले दिन नाले सुभाष का शव मिल गया। इसके बाद पुलिस ने रामविलास से पूछताछ की। उस समय उसने बताया कि काम के दौरान सुभाष को मकान की दूसरी मंजिल से पाइप लाने के लिए भेजा था। जब वह पाइप को उठा रहा था, उसी दौरान पाइप मकान के पास से गुजरे हाईटेंशन तार की चपेट में आ गया। इससे उसे करंट लगा था। इससे उसकी मौत हो गई थी। इसके बाद उसने शव को नाले में फेंक दिया था। पुलिस को आरोपी के बयान पर यकीन नहीं था।
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पीएम रिपोर्ट से हुआ खुलासा
इस दौरान सुभाष के शव का पीएम रिपोर्ट पुलिस को मिला। पीएम रिपोर्ट में सिर पर गंभीर चोट की वजह से मौत होने का खुलासा हुआ। इसके बाद पुलिस ने रामविलास को फिर बुलाया। और कड़ाई से पूछताछ की। रामविलास ने हत्या करके शव को नाले में फेंकना स्वीकार किया। पुलिस ने उसके खिलाफ हत्या और साक्ष्य छिपाने का मामला दर्ज कर लिया।