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CG Election 2023 : विधानसभा चुनाव से पहले भरोसा यात्रा निकालकर कांग्रेस पहुंची जनता के बीच, सरकार की योजनाओं का किया प्रचार पत्नी के नाम से 30 लाख का लोनइसी तरह चंद्रबहादुर की पत्नी सुनिति सिंह के नाम से भी आदित्य बिरला बैंक से 30 का लोन लिया गया है। इसमें भी सुनिति को लोन को-एप्लीकेंट बताया गया है। इसके लिए उनके फर्जी हस्ताक्षर किए गए हैं। दोनों मामले में न्यू बालाजी मेटाडोर ट्रांसपोर्ट के संचालकगणों और बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत की आशंका जताई है। पीड़ित चंद्रबहादुर और उनकी पत्नी सुनिति ने दोनों मामलों की अलग-अलग शिकायत एसएसपी से की है। मामले को जांच के लिए टिकरापारा थाने भेजा गया है।
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CG Election 2023 : बस्तर में पीएम मोदी की बड़ी घोषणा को लेकर जनता ने सोशल मीडिया में जताई नाराजगी, कही ऐसी बातें… दरअसल ट्रांसपोर्ट के संचालकगण चंद्रबहादुर के रिश्तेदार हैं। इस कारण कई तरह के दस्तावेजों की फोटोकॉपी उनके पास थी। शिकायत के मुताबिक चंद्रबहादुर सिंह परिहार के पास कुछ दिन पहले आईडीएफसी बैंक के कर्मचारी पहुंचे। उन्होंने उनके नाम से लोन अकाउंट नंबर 41681058 है। इसमें 90 लाख का लोन है। इसकी किस्त कुछ माह से जमा नहीं हुई है। इसे जल्द जमा कराने कहा गया।
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CM बघेल ने आत्मानंद कोचिंग योजना का किया शुभारंभ, JEE- NEET की छात्रों फ्री में होगी पढ़ाई इससे चंद्रबहादुर हैरत में पड़ गया। उसने बैंक वालों से लोन संबंधित दस्तावेज, स्टेटमेंट आदि की जानकारी ली। इससे पता चला कि लोन एप्लीकेशन में उन्हें को-एप्लीकेंट बताया गया है। फार्म में उनके नाम से हस्ताक्षर किए गए हैं, लेकिन ये हस्ताक्षर उनके नहीं है। इसमें उनकी देवपुरी की सांईवाटिका स्थित 1200 वर्गफीट जमीन को मार्गेज रख दिया गया है। उनकी जानकारी के बगैर लोन लेने के लिए उनके फोटो और फर्जी हस्ताक्षर का इस्तेमाल किया गया है।
शिकायत कुछ दिन पहले की है। शिकायत की जांच के लिए संबंधित थाने को भेजा गया है। थाने से जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाती है। – प्रशांत अग्रवाल, एसएसपी, रायपुर