किसान का बेटा, मकसद- माओवाद रूपी खरपतवार का सफाया
वीरता पुरस्कार से सम्मानित बलरामपुर निवासी रमाकांत तिवारी वर्ष 2012 में बतौर सब इंस्पेक्टर भर्ती हुए। बीजापुर में हुई एक मुठभेड़ के दौरान इन्हें आउट ऑफ प्रमोशन मिली और टीआई बने। पिता किसान हैं। उन्होंने बताया, बात वर्ष 2017 की है। अबूझमाड़ इलाके में मैं अपने साथियों के साथ सर्चिंग कर लौट रहा था। माओवादियों ने एंबुश लगाया था। इसे तोड़कर हमने 2 माओवादी को ढेर किया। 25 जनवरी को एक और घोषणा रमाकांत के लिए खुशियां लेकर आई जब उन्हें अगले 15 अगस्त में पुन: वीरता पुरस्कार के लिए चुना गया। ये सम्मान उन्हें वष्र 2016 में हुई मुठभेड़ के लिए दिया जाएगा। इसमें 3 माओवादी ढेर हुए थे। रमाकांत की पढ़ाई अंबिकापुर में हुई है।आईपीएस एलिसेला 15 अगस्त को होंगे सम्मानित
आईपीएस कल्याण एलिसेला 15 अगस्त में वीरता पुरस्कार से सम्मानित होंगे। इसकी घोषणा 25 जनवरी को हुई। वे अभी ईओडब्ल्यू में पदस्थ हैं। फरवरी 2016 में महाराष्ट्र से लगे कुटरू में एक मुठभेड़ हुई जिसमें 3 माओवादियों का सफाया हो गया। इसमें से 1 माओवादी पर 5 लाख का इनामी था। हथियार भी बरामद हुए। एलिसेला 2011 बैच के आईपीएस हैं।