बताया जाता है कि पूर्व मंत्री सहित उनके करीबी कारोबारियों और रियल एस्टेट का काम करने वालों के रायपुर एवं दुर्ग में 12 लॉकर मिले थे। इसमें से 6 लॉकरों में तलाशी के दौरान ज्वेलरी मिली है। वहीं 6 अन्य की जल्दी ही तलाशी ली जाएगी। पूर्व मंत्री और कारोबारियों द्वारा करोड़ों रुपए की जमीन खरीदने से संबंधित दस्तावेज मिले है। इसके दस्तावेजों को जांच के दायरे में लिया गया है। साथ ही इसके खरीद-फरोख्त में भूमिका निभाने वाले रायपुर के ब्रोकर से पूछताछ कर बयान लिया जा रहा है। आयकर विभाग के अधिकारियों ने संभावना जताई है कि शुक्रवार की देर रात तक 10 ठिकानों में जांच पूरी हो सकती है।
बता दें कि छत्तीसगढ़ और मध्यमप्रदेश की संयुक्त टीम ने 31 जनवरी को रायपुर, अंबिकापुर, भिलाई-दुर्ग, रायगढ़ और बालोद में पूर्व खाद्य मंत्री भगत उनके परिजनों, करीबी लोगों के साथ ही रियल एस्टेट, ऑटोमोबाइल संचालक एवं अन्य लोगों के 45 ठिकानों पर छापे मारे थे।
प्रॉपर्टी का मूल्यांकन पूर्व मंत्री उनके परिजनों और करीबी लोगों के साथ ही भिलाई के रियल एस्टेट कारोबारियों द्वारा पिछले 5 साल में करोड़ों रुपए की जमीन खरीदी करने की जानकारी मिली है। इन जमीनों को बेचने वाले और सौदे के बाद रजिस्ट्री को जांच के दायरे में लिया गया है। बताया जाता है कि कारोबारियों द्वारा पिछले काफी समय से टैक्स चोरी की जा रही थी। वहीं कच्चे में लेनदेन किया जा रहा था। इसके दस्तावेज को खंगालने के साथ ही टैक्स चोरी का मूल्यांकन भी किया जा रहा है।
4 नए ठिकानों पर तलाशी CG Breaking News: आयकर विभाग की टीम ने शुक्रवार को रायपुर में 2, राजनांदगांव में 1 ब्रोकर और मैनपाट में छापे मारे। इन सभी की जमीन खरीदी और उसके लेनदेन में महत्वपूर्ण भूमिका बताई जाती है। उनके जरिए ही रायपुर, भिलाई, दुर्ग और अंबिकापुर के पास पाइप फैक्ट्री एवं क्रशर प्लांट में रकम का ट्रांजेक्शन करना बताया जाता है।