स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक रायपुर के बाद इन दो जिलों में ही आज सर्वाधिक एक्टिव मरीज हैं। रायपुर में 7,763 तो जांजगीर चांपा में 2130 और रायगढ़ में 1,920 मरीज। ‘पत्रिका’ को विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इन जिलों में हालात ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सकीय सुविधाओं के अभाव के चलते बिगड़े हैं।
कोरोना ने फिर पकड़ी रफ्तार, गुरुवार को जिले में मिले 283 नए संक्रमित
गांवों में संक्रमण फैला हुआ है, मगर समय पर न तो लक्षण पहचाने जा रहे हैं और न जांच करवाई जा रही है। जब स्थिति ज्यादा ही बिगड़ रही है तब जाकर मरीज अस्पताल तक ले जाए जा रहे हैं। इन दिनों जिलों के गंभीर मरीज रायपुर एम्स और डॉ. भीमराव आंबेडकर अस्पताल में भर्ती हैं। मौत की वजह भी इलाज में देरी ही है।
प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 1.70 लाख के करीब जा पहुंची है। मगर, जिस गति से संक्रमित मरीज मिल रहे है, उससे थोड़ी ज्यादा रफ्तार से मरीज स्वस्थ भी हो रहे हैं। गुरुवार को 2,033 नए संक्रमितों की पहचान हुई। जिनमें सबसे ज्यादा मरीज रायगढ़ जिले से मिले।
रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, रायगढ़, कोरबा और जांजगीर चांपा में बीते कुछ दिनों से रोजाना 150 से 250 के अंदर मरीज रिपोर्ट हो रहे हैं। अब प्रदेश का रिकवरी रेट 83.7 प्रतिशत पर जा पहुंचा है। जो देश के रिकवरी रेट से अभी भी 5 प्रतिशत कम है। गुरुवार को 1,979 मरीज ने कोरोना को हराया। मगर, इलाज के दौरान 6 जिंदगियां जिंदगी की जंग हार गईं। मौत का आंकड़ा 1,635 जा पहुंचा है।
जांजगीर चांपा और रायगढ़ में शहरी क्षेत्र कम और ग्रामीण क्षेत्र अधिक है। गांवों में काफी मरीज मिल रहे हैं। जिन्हें उपचार के लिए रायपुर रेफर भी किया जा रहा है।
-डॉ. सुभाष पांडेय, प्रवक्ता एवं संभागीय संयुक्त संचालक, स्वास्थ्य विभाग