वर्ष 2011 का प्रस्ताव अधूरा एमआर-1 रायपुर धमतरी छोटी रेल लाइन को स्थानांतरित कर उसके स्थान पर एमआर क्र. 1 विकास योजना 2011 में प्रस्तावित किया गया था, जो कि लगभग आधा बन पाया है। बाकी के प्रस्ताव को फिर से प्रस्तावित किया गया है।
विकसित नहीं हुआ आमोद-प्रमोद क्षेत्र मास्टर प्लान 2021 में निर्धारित मापदंड से ज्यादा भूमि का उपयोग किया गया। मास्टर प्लान 2021 में सबसे ज्यादा लापरवाही आमोद-प्रमोद क्षेत्र विकसित करने में हुई है। (chhattisgarh news) जो अनियंत्रित विकास के कारण 1610 हेक्टेयर प्रस्तावित थी, जिसमें 241.03 हेक्टेयर भूमि विकसित की गई।
भूमि उपयोग प्रस्तावित उपयोग उपयोग भूमि का प्रतिशत – आवासीय 8088 हेक्टेयर 6147 हेक्टेयर 76.1 प्रतिशत – वाणिज्यिक 1370 हेक्टयर 923.53 हेक्टेयर 67.41 प्रतिशत – औद्योगिक 1451 हेक्टेयर 1371.82 हेक्टेयर 94.54 प्रतिशत
– सार्वजनिक एवं अर्ध सार्वजनिक 1506 हेक्टेयर 1085.86 हेक्टेयर 72.10 प्रतिशत – आमोद-प्रमोद 1610 हेक्टेयर 241.03 हेक्टेयर 14.97 प्रतिशत – यातायात 1975 हेक्टेयर 2357.55 हेक्टेयर 119.37 प्रतिशत – कुल प्रस्तावित भूमि का 75.80 प्रतिशत ही मास्टर प्लान में लाया गया।
– कुल प्रस्तावित भूमि का 75.80 प्रतिशत ही मास्टर प्लान में लाया गया। रिंग रोड क्रमांक-4 के लिए तय क्षेत्र में बने 3 हजार से ज्यादा आवास बीते मास्टर प्लान की निर्धारित 14 सड़कों का निर्माण नहीं हो पाया है। अब नई और पुरानी एमआर रोड समेत नव निर्माण और चौड़ीकरण समेत 30 से ज्यादा सड़कों को शामिल किया गया है। रिंग रोड क्रमांक-4 को नए मास्टर प्लान के बाद बढ़े रायपुर को चारों ओर से मुख्य सड़कोें को जोड़ेगी, जिसकी लंबाई 40 किलोमीटर के आसपास हो सकती है। (cg news today) रिंग रोड क्रमांक-4 के लिए 3 हजार से ज्यादा आवास आड़े आएंगे।
अब सड़कों की जगह में अवैध निर्माण रिंग रोड- 5 का निर्माण 60 मीटर की चौड़ी करना है। इस सड़क के तय क्षेत्र के दायरे में जमकर अवैध प्लॉटिंग की गई है। रिंग रोड- 6 का निर्माण 60 मीटर की चौड़ी सड़क बनाना है। इसके चिन्हांकित क्षेत्र में गोदाम और व्यावसायिक निवेश कर भवन निर्माण हुए हैं।
सिर्फ 12 फीसदी सड़कें बनी थी मास्टर प्लान 2021 में कुल 4 रिंग रोड प्रस्तावित किए गए थे। हालांकि, वर्तमान में केवल रिंग 01 और रिंग 02 बन पाए हैं। रिंग रोड 03 को फिर से प्लान किया गया और इसका नाम बदलकर रिंग रोड 04 कर दिया गया।
होता रहा निर्माण,नहीं हुई कार्रवाई, अब फिर प्लान में मास्टर प्लान 2021 में हमने 75 प्रतिशत पूरा कर लिया है। अब 2031 में 2021 के जिन प्लान का कार्य पूरा नहीं हुआ है। उनमें आगे की प्लानिंग के आधार पर नए प्लान को जोड़ा गया है।
– संदीप बागड़े, संयुक्त संचालक, ग्राम एवं नगर निवेश विभाग मास्टर प्लान 2021 में शहर के मध्य क्षेत्र की आधा दर्जन सड़कों का चौड़ीकरण किया गया। इसके बाद भी अभी तक सड़कों में जाम लग रहा है। (cg news in hindi) कारण यह है कि सड़कों का चौड़ीकरण तो किया गया, लेकिन इन सड़कों में अवैध दुकानें खोलने से नहीं रोका गया। अब इन सड़कों में अवैध पार्किंग के कारण 30 वर्ग फीट की सड़क फिर से 20 वर्ग फीट हो गई। जबकि मास्टर प्लान में इन सड़कों का चौड़ीकरण प्रस्ताव तैयार किया गया था। अब इस बार मास्टर प्लान 2031 में इन्हें दोबारा चौड़ीकरण करने का प्रस्ताव बनाया गया है।