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love triangle कितना खतरनाक, रायपुर की इस स्टोरी से लगाएं अंदाजा

लव ट्राएंगल (love triangle) कितना खतरनाक (How dangerous ) साबित होता है इसका अंदाजा छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर (Raipur, the capital of Chhattisgarh) की एक घटना से लगाया जा सकता है, जहां प्रेमिका ने एक दूसरे लडक़े से अफेयर चलाया तो नाराज पुराने प्रेमी ने उसी के जरिए लडक़े को बुलाकर अपने साथियों के साथ मिलकर मार डाला। इसके बाद शव को सुनसान स्थान ( deserted place.) में फेंक दिया था।

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love triangle कितना खतरनाक, रायपुर की इस स्टोरी से लगाएं अंदाजा

love triangle कितना खतरनाक, रायपुर की इस स्टोरी से लगाएं अंदाजा

प्रेमिका सहित चार आरोपी गिरफ्तार

लव ट्राएंगल मामले को आरंग पुलिस ने सुलझा लिया है। पुलिस ने मुख्य आरोपी के साथ प्रेमिका सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक बिहाझर थाना बागबाहरा जिला महासमुंद का रहने वाला धनेंद्र साहू(16) कुछ माह पहले मंदिरहसौद इलाके में अपने रिश्तेदार के साथ काम करने आया था। इस दौरान उसका टेमिन उर्फ चुनिया से दोस्ती हो गई। दोनों मोबाइल में लंबी-लंबी बातें करने लगे। इसकी जानकारी टेमिन के पुराने प्रेमी सागर सिन्हा को हो गई। सागर जब भी टेमिन को फोन लगाता था, उसका मोबाइल व्यस्त बताता। सागर उससे पूछता तो वह उसे कुछ नहीं बताती थी।

साथियों संग की हत्या की प्लानिंग

इस बीच सागर को धनेंद्र के बारे में पूरी जानकारी हो गई। फिर उसने धनेंद्र की हत्या की प्लानिंग की। अपने साथियों राहुल ध्रुव और कुलेश्वर ध्रुव को इसमें शामिल किया। इसके बाद 19 फरवरी को उसने टेमिन के जरिए धनेंद्र को फोन करवाया और लखौली में मिलने के लिए बुलाया। टेमिन के फोन पर धनेंद्र 23 फरवरी को लखौली पहुंच गया। वहां पहले से टेमिन के अलावा सागर और उसके दोनों साथी मौजूद थे। इसके बाद धनेंद्र को तीनों ने अपनी बाइक में जबरदस्ती बैठा लिया और आरंग के ग्राम कोसमखुंटा ले गए। वहां आरोपियों ने चाकू मारकर धनेंद्र की हत्या कर दी। उसके शव को भैसासुर खार में फेंक कर भाग निकले।

केवल कंकाल ही मिला

23 फरवरी को नाबालिग के मीसिंग होने की रिपोर्ट परिजनों ने आरंग थाने में दर्ज कराई। पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया था। 5 मार्च को भैसासुर में पुलिस को धनेंद्र का कंकाल ही मिला। आवारा श्वानों ने उसके शरीर को पूरा खा लिया था। इसके बाद आरंग पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। लेकिन धनेंद्र होने की पुष्टि नहीं हो पाई थी। परिजन पुलिस के पास पहुंचे, तो कंकाल के साथ मिले कपड़े से उसकी पहचान की। इसके बाद पुलिस ने मृतक के मोबाइल की तकनीकी जांच की। इससे मृतक का टेमिन से लगातार बातचीत होने की जानकारी मिली। पुलिस ने टेमिन से पूछताछ की, तो सागर का पता चला।

आरोपी ने शुरू में पुलिस को किया काफी गुमराह

आरंग टीआई राजेश सिंह ने बताया कि आरोपी सागर शुरू में पुलिस को काफी गुमराह करता रहा। अंत में उसने हत्या करना स्वीकार किया। उसने बताया कि टेमिन से मृतक के संबंध की जानकारी हो गई। इसके बाद उसने उसे बहुत मना किया, लेकिन धनेंद्र टेमिन से संबंध बनाए रखा। इसके बाद उसने उसकी हत्या की प्लानिंग की। योजना के तहत उसे टेमिन के जरिए बुलाया गया। इसके बाद हत्या करके शव खार में फेंक दिया गया।