यह भी पढ़ें: OPD Charges: एक बार पर्ची कटवाइए.. फिर सालभर के लिए फुर्सत हो जाइए, अस्पताल में ओपीडी चार्ज मात्र इतने रुपए कमिश्नर मेडिकल एजुकेशन किरण कौशल ने मेडिकल कॉलेज में 22 अगस्त को डीएमई, डीन, अधीक्षक व सीजीएमएससी के आला अधिकारियों की बैठक ली थी। इसमें एबीजी मशीन के लिए री-एजेंट एक सप्ताह में व्यवस्था करने को कहा था। मीटिंग को एक माह से ज्यादा हो गए, लेकिन री-एजेंट की व्यवस्था नहीं हो पाई है। यही नहीं इसके लिए टेंडर भी नहीं हो पाया है। जैम पोर्टल में री-एजेंट सूची में शामिल नहीं है।
ऐसे में इसकी खरीदी जैम पोर्टल से भी नहीं की जा सकती। अस्पताल प्रबंधन को 50 हजार रुपए का री-एजेंट खरीदने का अधिकार है, लेकिन वे भी शासन के आदेशानुसार जैम पोर्टल से खरीदी करना चाहते हैं। ऐसे में इसकी खरीदी अटक गई है। यानी ओपन हार्ट सर्जरी कब शुरू होगी, कुछ कह पाना मुश्किल है। मतलब मरीजों को निजी अस्पताल में जाकर सर्जरी करानी होगी।