छत्तीसगढ़ में हरेली पर्व की धूम.. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने की कृषि यंत्रों की पूजा, गेड़ी और राउत नाचा में थिरके
Hareli Tihar 2023 : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कृषि यंत्रों और गाय की पूजा कर आशीर्वाद लिया। मुख्यमंत्री बघेल सपरिवार पूजा पाठ कर इस साल अच्छी खेती और प्रदेशवासियों की सुख समृद्धि और खुशहाली की कामना की
रायपुर. Hareli Tihar 2023 :छत्तीसगढ़ में आज धूमधाम से हरेली त्यौहार मनाया जा रहा है। हर साल की तरह इस साल भी मुख्यमंत्री निवास में हरेली पर्व की धूम है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कृषि यंत्रों और गाय की पूजा कर आशीर्वाद लिया। मुख्यमंत्री बघेल सपरिवार पूजा पाठ कर इस साल अच्छी खेती और प्रदेशवासियों की सुख समृद्धि और खुशहाली की कामना की।
हरेली पर्व को लेकर सीएम निवास पूरी तरह से छत्तीसगढ़ी संस्कृति से सजा संवरा हुआ है। सीएम बघेल ने गेड़ी चढ़कर प्रदेशवासियों को हेरली तिहार की बधाई दी। भूपेश बघेल ने रहचुली झूले में अपनी बिटिया और नातिन के साथ चढ़कर आनंद लिया। गेड़ी नृत्य और राउत नाचा के साथ भी सीएम पारंपरिक परिधान में थिरके।
सीएम ने कहा कि बहुत सुंदर आप सभी ने यहां मंच सजाया है। हरेली त्यौहार हम सब उल्लास से मनाते हैं। हरेली त्योहार केवल गेड़ी चढऩे का त्यौहार नहीं है। यह उत्साह का त्यौहार है और इसके लिए वातावरण बनाना होता है और यह तब होता है , जब खुशहाली हो। किसान खुशहाल हो। हम यह सब कर रहे हैं। किसानों के दुख दर्द को हमने समझा। किसानों का रकबा बढ़ गया। अब 20 क्विंटल धान खरीदेंगे। यह उल्लास का वातावरण सभी जगह है। आदिवासी क्षेत्रों में भी उल्लास का माहौल है।
Hareli Tihar 2023 : गोधन न्याय योजना के माध्यम से अर्थव्यवस्था सुधर रही है। दूध उत्पादन बढ़ गया है। हरेली में जो नीम की डाली का उपयोग होता है। वह कीटनाशक है। यह वर्षाजनित बीमारियों से बचाता है। किसान अपने उपकरणों की पूजा करते हैं। आज जिनके घर भी गाय है उनकी पूजा हो रही है। यही समृद्धि का रास्ता है। शिक्षा के क्षेत्र में हमने स्वामी आत्मानंद स्कूल आरम्भ किये। इससे बड़ी संख्या में लोगों को गुणवत्तापूर्ण अंग्रेजी शिक्षा मिल रही है।
Hareli Tihar 2023 : हमारे पूर्वजों द्वारा बरसों से तैयार की गई हमारी संस्कृति नष्ट हो रही थी। इसे संरक्षित करने का प्रयास हमने किया है और बहुत बढिय़ा काम हो रहा है। रामायण के माध्यम से हम लोगों के जीवन में भगवान राम का आदर्श उतारने की कोशिश कर रहे हैं। रायगढ़ में राष्ट्रीय रामायण महोत्सव किया। चंदखुरी, शिवरीनारायण और राजिम के साथ ही राम वनगमन पथ को विकसित करने का हमने कार्य किया है।
Hareli Tihar 2023 : बस्तर में देवगुड़ी को संरक्षित किया गया। घोटुल का संरक्षण किया। आसना में बादल आरम्भ किया गया। इससे बस्तर की लोक संस्कृति को सहेजने की दिशा में हम आगे बढ़ रहे हैं। हमारे आदिवासी जीवन की परंपरा बहुत समृद्ध रही है। इतनी सुंदर परम्परा है जिन्हें हम सोचें तो चकित हो जाते हैं। यह ऐसी संस्कृति है जो अपने देवी-देवताओं के साथ रहती है। उनसे गहन लगाव रखती है। इसके लिए हमने कार्य किया। जो मजदूरों किसानों का भोजन बोरे-बासी है वो अब फाइव स्टार होटल तक पहुंच गया है। अपनी संस्कृति पर हम सब गौरव करते हैं। जो लोग हीनताबोध में थे वे इस संस्कृति के गौरव को महसूस कर रहे हैं और छत्तीसगढिय़ा सबले बढिय़ा वाक्य को चरितार्थ कर रहे हैं।
Hindi News / Raipur / छत्तीसगढ़ में हरेली पर्व की धूम.. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने की कृषि यंत्रों की पूजा, गेड़ी और राउत नाचा में थिरके