साथ ही न्यायाधीश को बताया कि शराब घोटाले में संलिप्तता के इनपुट मिलने पर 21 अप्रैल को अनिल टुटेजा को गिरतार किया गया है। पिछले 3 दिनों से वह न्यायिक रिमांड पर जेल भेजे गए हैं। उनसे घोटाले के संबंध में पूछताछ करने के लिए रिमांड पर देने का अनुरोध किया। बचाव पक्ष ने गिरफ्तारी पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनके पक्षकार का पूरे प्रकरण से कोई लेनादेना नहीं है। सुप्रीम कोर्ट पहले ही इस प्रकरण को खारिज कर चुकी है।
इसके बाद ईडी द्वारा नई एफआईआर दर्ज की गई है। उनके पक्षकार को परेशान करने के लिए रिमांड पर लिया गया है। जबकि उनका स्वास्थ्य खराब है। विशेष न्यायाधीश ने दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद 5 दिन की रिमांड को मंजूरी दी। साथ ही स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए नियमानुसार भोजन और दवाइयां उपलब्ध कराने का आदेश दिया। बता दें कि ईओडब्ल्यू ने 20 अप्रैल को अनिल टुटेजा और उनके पुत्र यश को पूछताछ के लिए बुलवाया था। शाम को बाहर निकलते ही दोनों को हिरासत में लेकर ईडी अपने साथ ले गई थी। इसके बाद अनिल को गिरफ्तार कर यश को छोड़ दिया गया था।