सुनाई देना बंद हो गया
रेखा ने बताया कि कक्षा 12वीं में अचानक उन्हें सुनाई देना बंद हो गया। ये समय मेरे लिए बड़ी चुनौती था। लगता था मेरे अरमान अधूरे रह जाएंगे। जिस सपने को लेकर मैं जिया करती थी वह वक्त से पहले ही मुरझा गए थे। मुझे कोई राह दिखाई नहीं दे रही थी। आर्टिफिशली मशीन का यूज किया और मंजिल की ओर कदम बढ़़ाए। मैंने आईएएस की प्रिप्रेरशन शुरू की थी लेकिन तबीयत के चलते दिल्ली से लौटना पड़ा। यहां आकर पीएससी की तैयारी शुरू की।
नाकामयाबी से सीखा
असफलता को सफलता की सीढ़ी कहा जाता है। इसलिए मैंने हर नाकामयाबी से कुछ न कुछ सीखा। 3 बार सक्सेस को फिसलते देखा। पीएससी चौथे अटेंप्ड में क्लियर किया। अभी पोस्टिंग कवर्धा में हुई है जहां दो साल की ट्रेनिंग है। यूपीएससी और पीएससी एग्जाम में आंसर राइटिंग का काफी महत्व होता है। इंटरव्यू में लीडरशिप से जुड़े सवाल पूछे गए। इंटरव्यू के दौरान आपका नॉलेज नहीं देखा जाता, क्योंकि ज्ञान के जरिए तो आप यहां तक पहुंचे होते हैं। इसमें आपको एटिट्यूड और चीजों को कैसे सरल तरीके से हैंडल कर सकते हैं यह परखा जाता है।