यानी मंडी बोर्ड की जमीन में जेम्स एंड ज्वेलरी पार्क बनने का रास्ता साफ हो गया है। लेकिन, एक पेंच अब भी फंसा हुआ है। (cg news today) वो ये कि मंडी बोर्ड की जमीन पर स्टे लगने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पंडरी बस स्टैंड की खाली पड़ी जमीन पर जेम्स एंड ज्वेलरी पार्क बनाने की सैद्धांतिक सहमति दे दी थी। जिला प्रशासन ने इसके लिए एक टीम बनाकर बकायदा सर्वे भी किया था और इस जगह को जेम्स एंड ज्वेलरी पार्क के लिए अधिक उपयुक्त भी बताया था।
कैट और चैंबर जैसे बड़े व्यापारिक संगठनों ने भी पंडरी बस स्टैंड की खाली जमीन को इसके लिए अधिक उपयुक्त माना है। यह जमीन चूंकि राज्य सरकार की है। (chhattisgarh news) ऐसे में पूरा मामला राज्य सरकार पर ही आकर अटकता है कि वह हाईकोर्ट से रास्ता साफ होने के बाद मंडी बोर्ड में जेम्स एंड ज्वेलरी पार्क को मंजूरी देती है या बस स्टैंड की जमीन पर!
पंडरी स्टैंड या मंडी की जमीन पर जल्द बनेगा जेम्स एंड ज्वेलरी पार्क मंडी बोर्ड की जमीन पर बने या बस स्टैंड की जमीन पर, एक बात तो साफ है कि इसके निर्माण से छत्तीसगढ़ की छवि देशभर में दमकेगी। (raipur news) ऐसा इसलिए क्योंकि यह देश का चौथा सबसे बड़ा ज्वेलरी पार्क होगा। उम्मीद जताई जा रही है कि इससे प्रदेश में सोने का कारोबार बढ़कर दोगुना हो जाएगा। (cg raipur news) वहीं प्रदेश के होनहारों को यहां अपनी हुनर निखारने का भी मौका मिलेगा।
यह मुख्यमंत्री की व्यापार के विकास की महत्वाकांक्षी योजना थी। हाईकोर्ट के निर्णय के बाद हम उम्मीद करते हैं कि जेम्स एंड ज्वेलरी पार्क का निर्माण उद्देश्यों को पूरा करते हुए शीघ्र आकार लेगा। इससे सराफा व्यवसाय, (chhattisgarh news) होलसेल-रीटेल, रिफाइनरी जेवर निर्माण इकाई, हॉलमार्किंग सेंटर सभी एक छत के नीचे आ जाएंगे।
-हरख मालू, पूर्व अध्यक्ष, रायपुर सराफा एसोसिएशन